उत्तर प्रदेश के आगरा से जिला पंचायत चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन पर एक बेहद ही दिलचस्प उम्मीदवार सामने आया है. जो एक या दो बार नहीं बल्कि 92 बार चुनाव लड़ चुका है. आगरा के खेरागढ़ के नगला दूल्हे खा गांव के रहने वाले हसनुराम अंबेडकरी. सन् 1947 में जन्मे अंबेडकरी हसनुराम 74 साल के हो चुके हैं. इस बात को जानकर आपको बेहद हैरानी होगी कि अंबेडकरी 74 साल की उम्र में 92 चुनाव लड़ चुके हैं.
1985 में लड़ा था पहला चुनाव
अंबेडकरी हसनुराम ने पहला चुनाव सन् 1985 में लड़ा था. विधायकी के पहले चुनाव में अंबेडकरी हार गए, लेकिन उनके हौसले ने कभी हार नहीं मानी. उन्होंने ग्राम प्रधान से लेकर राष्ट्रपति के चुनाव लड़ने का इरादा बनाया और तब से अब तक हर चुनाव वह लड़ रहे हैं. अंबेडकरी ने ग्राम पंचायत सदस्य या विधायक, सांसद या राष्ट्रपति के चुनाव में अपना नामांकन दाखिल किया.
(ये भी पढ़े:आपके शरीर का हाल बताते हैं नाखून, इन संकेतों के जरिए पता चलता है सेहत का राज)
इस बार भी चुनाव लड़ने को तैयार है अंबेडकरी हसनुराम
अंबेडकरी हसनुराम से बातचीत के दौरान कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि हारने के लिए लड़ते हैं. इस बार अंबेडकरी ने जिला पंचायत के वार्ड 31 से सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा जिसके लिए उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया. इसके साथ ही अंबेडकरी ने कहा कि अगर वह जिंदा रहे तो मैं 2022 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेगे.
(ये भी पढ़े: इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर 30 अप्रैल तक लगी रोक, दूसरे राज्य से आने वाले यात्रियों को करवाना होगा कोविड टेस्ट)
समाजसेवा है अंबेडकरी हसनुराम
अंबेडकरी हसनुराम का कहना है कि जो भी पैसा कमाते हैं, उसमें से आधा समाजसेवा पर खर्च कर देते हैं. हसनुराम के मुताबिक उनका उद्देश्य यही है कि वे चुनाव हारते रहे जिससे लोगों के बीच में ही हमेशा रहें. हसनुराम ने तंज के अंदाज में कहा कि वो चुनाव जीत गए तो लोगों को पहचान भी नहीं पाएंगे. इसके साथ ही हसनुराम ने कहा कि उन्होंने फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था और उन्हें लगभग 4200 वोट मिले थे.
Comments
Add a Comment:
No comments available.