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कोविड-19 का नया वैरिेएंट ओमिक्रॉन-यूके के बाद भारत में लगातार कहर बरपा रहा है. वहीं, इस वैरिएंट के बीच वैज्ञानिकों का कहना है कि हिरणों की वजह से इंसान संभावित रूप से कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के शिकार हो सकता है. इसको लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है. वास्तव में, जंगली सफेद पूंछ वाले हिरणों में वायरस के कम से कम तीन प्रकारों का पता चला है. अमेरिका के ओहियो में एक अध्ययन किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जानवर वायरस के लिए 'जलाशय' के रूप में कार्य कर सकते हैं और अधिक खतरनाक रूप प्रकट कर सकते हैं.
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पूरी दुनिया में सामने आ रहे कोविड के नए रूपों ने चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पता चला था, जो तेजी से फैला. ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में अध्ययन के वरिष्ठ लेखक प्रोफेसर एंड्रयू बोमन ने कहा कि हिरण जंगल में वायरस का शिकार हो सकते हैं. लैब में हम हिरणों को संक्रमित कर सकते हैं और इस वजह से हिरणों से हिरणों में वायरस फैल सकता है.
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हिरण में वायरस फैलने के साक्ष्य मिले हैं. इससे पता चलता है कि वे और भी खतरनाक रूप प्रकट कर सकते हैं. जनवरी से मार्च 2021 के बीच हिरणों के सैंपल लिए गए. इस दौरान न तो डेल्टा वैरिएंट आया और न ही कोई दूसरा वैरिएंट. फिर जीनोम अनुक्रमण से आश्चर्यजनक परिणाम आए. दरअसल, हिरणों में पाए जाने वाले वेरायटीज स्थानीय कोविड मरीजों से काफी मिलते-जुलते थे. वायरस के विभिन्न रूपों की उपस्थिति से पता चलता है कि यह जंगली हिरणों के भीतर मौजूद हो सकता है. यह अभी तक पता नहीं चल पाया है कि हिरण कैसे संक्रमित हुआ, या जानवर के शरीर में वायरस कैसे व्यवहार करता है.इसको लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है. वास्तव में, जंगली सफेद पूंछ वाले हिरणों में वायरस के कम से कम तीन प्रकारों का पता चला है. अमेरिका के ओहियो में एक अध्ययन किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जानवर वायरस के लिए 'जलाशय' के रूप में कार्य कर सकते हैं और अधिक खतरनाक रूप प्रकट कर सकते हैं.
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