मुंबई में तीन दिन में महाराष्ट्र सरकार और नगर निकायों द्वारा चलाए जा रहे अस्पतालों के 159 रेजिडेंट डॉक्टर. कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स की जेजे अस्पताल इकाई के प्रमुख गणेश सोलुंके ने बताया कि मध्य मुंबई स्थित सरकारी अस्पताल के 62 रेजिडेंट डॉक्टर पिछले 72 घंटों में कोविड से संक्रमित हुए हैं. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मंगलवार को कहा था कि पिछले दो दिनों में महाराष्ट्र सरकार और नगर निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों के 170 रेजिडेंट डॉक्टर संक्रमित हुए हैं.
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इसके अलावा किंग एडवर्ड मेमोरियल अस्पताल में 40, लोकमान्य तिलक महानगर पालिका सर्वसाधरण अस्पताल में 50 और आरएन कूपर अस्पताल के सात अन्य डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. तीनों अस्पताल बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पास के शहर में ठाणे नगर निगम द्वारा संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के आठ रेजिडेंट डॉक्टर संक्रमित हुए हैं.
महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना के तांडव का संकट मंडराने लगा है. कोविड की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले मुंबई से ही सामने आए. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बावजूद लोग लापरवाह होने से बाज नहीं आ रहे हैं. कोरोना के नियमों का पालन न करने के कारण अब मुंबई पर लॉकडाउन का खतरा मंडरा रहा है.
विशेषज्ञों ने दी है चेतावनी
गौरतलब है कि इससे पहले स्वास्थ्य विशेषज्ञ ओमाइक्रोन को लेकर गंभीर चेतावनी दे चुके हैं. जानकारों ने कहा था कि दिसंबर के अंत और नए साल की शुरुआत में ओमाइक्रोन वेरिएंट और भी खतरनाक रूप ले सकता है. अब पूरे देश में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़े हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्या अब कोविड की संभावित तीसरी लहर आ गई है.
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