आपको बता दें कि हरियाणा सरकार की तरफ से एक नया फैसला लिया गया है। दरअसल हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन के केस को निपटने में दिलचस्पी नहीं दिख रहे हैं.
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार की तरफ से एक नया फैसला लिया गया है। दरअसल हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन के केस को निपटने में दिलचस्पी नहीं दिख रहे हैं इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है। इतना ही नहीं हरियाणा हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से ऑर्डर भी जारी किया गया है।
बात ऐसी आई सामने
आपको बता दे की स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डॉक्टर सोनिया त्रिखा खुल्लर के एसीपी के ऑनलाइन विश्लेषण के दौरान इस बात का खुलासा किया गया है। यह पता चला है कि सभी कर्मचारियों की एसीआर पोर्टल पर अभी तक अपलोड नहीं हुई है। यही कारण है कि अभी तक कर्मचारियों के एसीपी केस पेंडिंग पड़े हुए हैं। बड़ी बात यह है कि एक महीने पहले ही सभी वीडियो को ऑनलाइन मॉड्यूल का परीक्षण भी दिया जा चुका है।
कुल कितने एसीपी कैसे है पेंडिंग
अगर देखा जाए तो हरियाणा के सभी विभागों में 56500 एसीपी केस पेंडिंग रखे हुए हैं इसे देखते हुए ही वित्त विभाग की ओर से भी लेटर जारी कर दिया गया है। जिसमें कहा गया था कि एचआरएमएस में उपलब्ध रिपोर्ट के अनुसार, 88800 एसीपी मामलों में से 56500 एसीपी लंबित हैं. इस पत्र में सभी विभागों के कर्मचारियों को एक माह के भीतर पेडिंग मामलों का निपटारा करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।