कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना को बड़ा मुद्दा बनाया है.
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना को बड़ा मुद्दा बनाया है. इस बीच शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाति जनगणना के मुद्दे पर कहा कि बीजेपी इसके खिलाफ नहीं है.
जनगणना का बड़ा मुद्दा
उन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में बीजेपी का संकल्प पत्र जारी करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं. हम वोट की राजनीति नहीं करते. सभी से चर्चा के बाद जो भी उचित निर्णय होगा, हम आपको बताएंगे. ऐसा करना ठीक नहीं है. इसी आधार पर चुनाव की नैया पार लगाएं. बीजेपी ने कभी इसका विरोध नहीं किया. फैसला बहुत सोच-समझकर लेना होगा, उचित समय पर हम आपको बताएंगे.
जातीय जनगणना की मांग
हाल ही में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई थी. बैठक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बिहार में हुए जाति सर्वे की तरह हम कांग्रेस शासित राज्य में भी इस दिशा में आगे बढ़ेंगे. हम देश में जातीय जनगणना की मांग करते हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए काम नहीं कर रहे हैं.
शुक्रवार को मध्य प्रदेश के चंदला में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, हमें जातिवादी कहा जा रहा है, समाजवादी लोग कभी जातिवादी नहीं हो सकते. समाजवादी लोग हर वर्ग के लोगों को एक साथ जोड़ने का काम करते हैं. अगर कोई दूसरी पार्टी है जो बदल रही है इसके सिद्धांत. हमारी पार्टी का मानना है कि जब भी हम सत्ता में आएंगे या हमारे समर्थन से सरकार बनेगी, तो सबसे पहले हम जातियों की गिनती करेंगे.