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अगर आपको भी सोते समय खर्राटों की समस्या होती है तो आपको इस बात पर गौर करना चाहिए। खर्राटे हमारी शरीर की बीमारी के बारे में बताते हैं। यह मोटापा नाक और गले की मसल्स का कमजोर होना इन सभी समस्याओं की ओर संकेत करते हैं। खर्राटे लेने वाला हर एक व्यक्ति स्लिप एनीमिया का शिकार होता है। अगर आप खर्राटों को देखकर भी इग्नोर करते हैं तो यह बड़ी बीमारी में बदल सकता है। खर्राटे की वजह से हार्ट अटैक, ब्रेन, स्ट्रोक, शुगर का रिस्क बढ़ जाता है। अगर आपकी नींद भी खर्राटे की वजह से डिस्टर्ब हो रही है तो इन बातों पर खास ध्यान दीजिए।
खर्राटे की वजह से होने वाली बीमारियां
- मोटापा
- थायराइड
- टॉन्सिल्स
- साइनस
- डायबिटीज
- अस्थमा
स्लीप एनीमिया
- मोटापा
- बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल
- बुढ़ापा
स्लीप एनीमिया के लक्षण
- नींद में सांस फूलना
- गहरी नींद टूटना
- खर्राटे आना
- नींद में पसीना आना
खर्राटे से छुटकारा पाने के घरेलू तरीके
- अजवायन को पानी में उबालकर पीने से खर्राटों की समस्या कम होती है।
- तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से खर्राटों की समस्या कम होती है।
- नींबू और शहद का मिश्रण पीने से खर्राटों की समस्या कम होती है।
- गर्म पानी पीने से श्वसन प्रणाली मजबूत होती है और खर्राटों की समस्या कम होती है।
- धूम्रपान और शराब सेवन खर्राटों की समस्या को बढ़ावा देते हैं।
- अधिक वजन होने से खर्राटों की समस्या बढ़ जाती है, इसलिए वजन कम करना आवश्यक है।
- नियमित व्यायाम करने से श्वसन प्रणाली मजबूत होती है और खर्राटों की समस्या कम होती है।
- सोने की पोजीशन बदलने से खर्राटों की समस्या कम हो सकती है।
- नाक के मार्ग को साफ रखने से श्वसन प्रणाली में बाधा नहीं होती और खर्राटों की समस्या कम होती है।
- योग और ध्यान करने से तनाव और चिंता कम होती है और खर्राटों की समस्या कम होती है।
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