Story Content
प्रेगनेंसी हर महिला के लिए एक खुबसूरत एहसास होता है वह अपने बच्चे को जन्म देने के लिए काफी उत्साहित रहती हैं। एक महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं जो हार्मोनल और मानसिक होते हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का दिमाग थोड़ा कम चलने लगता है लेकिन डिलीवरी के बाद यह पूरी तरह से वर्क करता है।
गर्भवती महिलाओं में होने वाले बदलाव
एक रिसर्च के मुताबिक गर्भावस्था के समय महिलाओं के दिमाग में 94% ग्रे मैटर पांच प्रतिशत तक कम हो जाता है। महिला में होने वाला यह बदलाव बच्चे के जन्म होने के बाद वापस लौट आता है। इस तरह के बदलाव महिलाओं में सामाजिक समझ से जुड़े हुए होते हैं। उदाहरण के तौर पर हम समझ सकते हैं की दूसरों की भावनाओं को समझना।
मूड स्विंग
प्रेगनेंसी के समय में मूड स्विंग्स होना एक आम बात है। इस दौरान कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं जिसकी वजह से मूड बदलता रहता है। इस दौरान महिलाएं कभी खुश, कभी दुखी तो कभी उदास भी हो सकती हैं। महिलाओं के मूड को बेहतर बनाने के लिए वह परिवार के सदस्य से बात कर सकती हैं।
भावनात्मक बदलाव
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के मन में कई तरह के भावनात्मक विचार आते हैं। अपने बच्चों के प्रति प्यार परिवार के प्रति जिम्मेदारी जैसी बातों को लेकर महिलाएं सोच विचार में लगी रहती हैं।
आत्मविश्वास की कमी
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है। वह अपने दिमाग में अक्सर यह सोचती है की बच्चे की डिलीवरी कैसे होगी। क्या वह ठीक तरीके से बच्चे को जन्म दे पाएंगी या नहीं। इस तरह के ख्याल महिला के दिमाग में आते रहते हैं।
भूलने की समस्या
प्रेगनेंसी के समय में महिलाओं के दिमाग में थोड़े बहुत बदलाव होते हैं जिनमें भूलने की समस्या भी शामिल है। इस दौरान महिलाएं छोटी-छोटी चीजों को भूल जाती हैं। महिलाओं के दिमाग में बदलाव होने की वजह से वह अपनी प्रेगनेंसी के अलावा अन्य चीजों से ध्यान हटा लेती हैं।
Comments
Add a Comment:
No comments available.