बहुत सी ऐसी बीमारियां है जो लोगों को लगा तो जाती है लेकिन वह इनसे परिचित नहीं हो पाए जो धीरे-धीरे शरीर को तगड़ा नुकसान पहुंचती है। इस तरह की बीमारियों को साइलेंट किलर कहते हैं जो धीरे-धीरे आपके शरीर से लगकर आपको खोखला करती है। आज हर दूसरा व्यक्ति इनमें से किसी न किसी बीमारी का शिकार है। आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे में बताएंगे जो दबे पांव जाकर किडनी और हृदय को नुकसान पहुंचती है। आज के समय में बहुत से ऐसे लोग हैं जो पहले से इस तरह की बीमारी से जूझ रहे हैं। मतलब ऐसे भी लोग हैं जिनमें यह बीमारी शुरू तो हो गई है लेकिन उन्हें इसकी शुरुआत का पता नहीं चलता क्योंकि उनमें लक्षण दिखाई नहीं देते।
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा
अच्छा कोलेस्ट्रॉल एचडीएल है और बुरा कोलेस्ट्रॉल एलडीएल है। उच्च एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का कोई लक्षण नहीं होता है। नियमित जांच कराने पर ही ऐसी बीमारियां पकड़ में आती हैं। जब नसें सिकुड़ जाती हैं या उनमें रुकावट आ जाती है तो रक्त को बहने का रास्ता नहीं मिल पाता। इसके कारण हृदय को अधिक दबाव से रक्त पंप करने की आवश्यकता पड़ती है। इस तरह से शरीर में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बना रहता है।
हड्डी टूटने का कारण
एक घातक नींद विकार जिसमें नींद के दौरान सांस अचानक रुक जाती है और फिर शुरू हो जाती है। इससे स्ट्रोक या मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। जब लोगों को इस तरह की बीमारी होती है तो वह जोर-जोर से खर्राटे लेने लगते हैं जिस की खतरनाक बीमारी जैसे कैंसर बढ़ाने का खतरा बना रहता है। इसके शुरुआती लक्षण काफी सामान्य होते हैं। जिसे थकान या बीमारी माना जाता है. इसके बारे में जानकारी तभी पता चलती है जब यह शरीर में फैल चुका होता है। आपको बता दें कि यह एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे आपकी हड्डियों को खोखला बना देती है जो की कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से शुरू होती है। इसके कारण छोटी सी चोट भी हड्डी टूटने का कारण बन सकती है। यह हड्डियों को कमजोर बनाता है।
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