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दिवंगत भारतीय गायिका लता मंगेशकर के नाम पर 24 अप्रैल 2022 को 'लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार' की स्थापना की गई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले 'लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार' से सम्मानित किया गया. नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार लता मंगेशकर के पिता मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की 80वीं पुण्यतिथि पर दिया गया.
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इस मौके पर भावुक पीएम मोदी ने कहा कि मेरा परिचय लता दीदी से करीब साढ़े चार दशक पहले सुधीर फड़के जी ने कराया था. तभी से उनका अपार प्यार मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गया. मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि वह मेरी बड़ी बहन थी. मुझे मेरी बड़ी बहन लता दीदी ने हमेशा प्यार किया है, जिन्होंने पीढ़ियों को प्यार और भावना का उपहार दिया है. मोदी भावुक हो गए और कहा कि कई सालों के बाद यह पहला राखी त्योहार होगा जब लता दीदी नहीं होंगी. मैं उनके नाम पर दिया जाने वाला यह पहला सम्मान राष्ट्र को समर्पित करता हूं. यह सम्मान जनता का है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे संगीत जैसे गहरे विषय का ज्ञान नहीं है, लेकिन सांस्कृतिक समझ के साथ, मुझे लगता है कि संगीत एक आध्यात्मिक अभ्यास के साथ-साथ एक भावना भी है. संगीत आपको देशभक्ति और कर्तव्य की भावना के शिखर पर ले जा सकता है. हम सभी का सौभाग्य है कि संगीत की इस शक्ति को लता दीदी के रूप में देखा. हमें उन्हें अपनी आंखों से देखने का सौभाग्य मिला है. मुझे गर्व है कि लता दीदी मेरी बड़ी बहन थीं.
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