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हिंदी सिनेमा में कभी कहा जाता था कि हर शुक्रवार को एक नया हीरो बनता है और जब उसकी फिल्म पर्दे से उतर जाती है तो अगला हीरो उसकी जगह ले लेता है। हालांकि पर्दे पर कुछ सितारे ऐसे हुए जो फिल्म उतरने के बाद भी लोगों के दिलों में बस गए। उसमें से एक दिग्गज कलाकार थे राजेश खन्ना जिन्हें इंडस्ट्री काका के नाम से जानती है। राजेश खन्ना की जिंदगी से जुड़ा ऐसा कौन सा किस्सा है जो उनके चाहने वाले नहीं जानते होंगे। शायद ही कोई ऐसी बात छिपी रह गई होगी जिसे बार बार दोहराया ना गया हो, लेकिन बात जब राजेश खन्ना की होती है तो किस्सों को दोबारा याद करना बेफिजुली नहीं लगता। 18 जुलाई 2012 को जब राजेश खन्ना अपने आखिरी सफर पर चले तो उनके पीछे परिवार और दोस्तों के साथ फैंस का हुजूम चल पड़ा। आंखों में आंसू लिए उनके चाहने वाले उन्हें अलविदा कहने आए लेकिन अपने सुपरस्टार को जाने देना इतना आसान नहीं था।
लड़कियों के लिए कुछ और ही थे राजेश खन्ना....
राजेश खन्ना के निधन ने हर किसी को दुख दिया। उनके परिवार और करीबियों को तो जो तकलीफ थी वो थी ही, उस दर्द को भी कोई नहीं समझ सकता जो उनके जमाने की लड़कियों को हुआ था। राजेश खन्ना की निजी जिंदगी से जुड़े बहुत से किस्से बहुत यादगार हैं लेकिन उनमें सबसे दिलचस्प और खास बात लगती है उनकी फीमेल फैंस के बारे में जिनके किस्से आज के हीरोज को भी भौंचक कर देते हैं। तो चलिए राजेश खन्ना की पुण्यतिथि के मौके पर आपको बताते हैं काका और उनकी फीमेल फैंस से जुड़े दिलचस्पी किस्से।
हिंदी सिनेमा में अमिताभ बच्चन को एंग्री यंग मैन का खिताब मिला तो शाहरुख को किंग ऑफ रोमांस का लेकिन बिग बी और किंग खान को भी शायद महिलाओं की वो दीवानगी देखने को नहीं मिली जो राजेश खन्ना के लिए हुआ करती थी। राजेश खन्ना की हर एक अदा पर उस समय की लड़कियां जान छिड़का करती थीं। गर्दन को टेढ़ा कर घनी जुल्फों के साथ जब राजेश अचानक अपनी पलकें झपका देते तो फिल्म देख रही लड़कियों के दिल धड़क जाया करते थे। उनकी मुस्कान भी ऐसी थी कि प्रेमी के साथ फिल्म देखने आई प्रेमिका भी राजेश खन्ना में ही प्यार ढूंढने लगती थी।
राजेश खन्ना पर किताब लिखने वाले यासिर उस्मान ने ऐसे ही बहुत से किस्सों का जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि एक बंगाल की बुजुर्ग महिला से जब पूछा गया कि आपके लिए राजेश खन्ना क्या हैं?, तो उन्होंने कहा था, 'आप नहीं समझेंगे...। जब हम उनकी फिल्म देखने जाते थे तो हमारी बकायदा डेट हुआ करती थी। हम मेकअप करके ब्यूटी पॉर्लर जाकर तैयार होकर फिल्म देखने जाते थे। हमें लगता था कि वो जो पर्दे की तरफ से पलके झपका रहे हैं या मुस्कुरा रहे हैं तो वो हमारे लिए ही है। थिएटर में बैठी हर लड़की ये ही महसूस करती थी'।
राजेश खन्ना के प्रति लड़कियों की दीवानगी सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं थी। काका की एक सफेद गाड़ी थी जिसे चूम चूम कर लड़कियां गुलाबी कर देती थीं। बताते हैं कि जिस रास्ते से राजेश खन्ना गुजरते उसकी धूल को सिंदूर बनाकर महिलाएं अपनी मांग भर लेती थीं। ये सुने सुनाए किस्से नहीं हैं बल्कि असल जिंदगी की हकीकत है। इस दीवानगी से जुड़ा एक किस्सा वो भी है जब कॉलेज से फिल्म की शूटिंग देखने आई लड़कियों की भीड़ के कारण राजेश खन्ना के कपड़े तक फट गए थे।
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