बीएमसी के मुताबिक कंगना के बंगले में हुए बाथरूम और ऑफिस का निर्माण नक्शे के अनुसार नहीं किया गया।
बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना पिछले कुछ महीनों से लगतार सुर्ख़ियों में छाई हुई हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उन्हें सपोर्ट करने वालों की लिस्ट में कंगना सबसे ऊपर थीं। जिसका खामियाज़ा उन्हें भुगतना पड़ा। बीएमसी का सहारा लेकर महाराष्ट्र सरकार ने कंगना के बंगले में तोड़-फोड़ करवा दी। लेकिन अब बीएमसी द्वारा बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोत को उनके बंगले में तोड़फोड़ मामले में भेजे गए नोटिस को बॉम्बे हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है। साथ ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की इस हरकत पर कड़ी फटकार भी लगाई है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा बीएमसी द्वारा अधिकारों का दुरुपयोग किया गया है। इसके अलावा कोर्ट ने आदेश दिया है कि कंगना के बंगले में हुए नुकसान और तोड़-फोड़ की जांच स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए। हाईकोर्ट ने आगे ये भी कहा कि नुकसान की भरपाई कैसे होगी इस फैसला रिपोर्ट के आधार पर किया जायेगा।
आपको बता दें कि बीएमसी ने कंगना रनोत के बंगले के लिए नोटिस जारी किया और नोटिस देने के मात्र 24 घंटे के अंदर ही तोड़फोड़ शुरू कर दी गई थी। इसके बाद तोड़फोड़ के खिलाफ कंगना ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, उन्होंने हाई कोर्ट के आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि नोटिस देने के बाद कम से कम 14 दिन का समय देना चाहिए, लेकिन बीएमसी ने उन्हें समय नहीं दिया और केवल 24 घंटे में ही बंगला तोड़ दिया। बीएमसी के मुताबिक कंगना के बंगले में हुए बाथरूम और ऑफिस का निर्माण नक्शे के अनुसार नहीं किया गया। ज्यादा जगह घेरकर बनाया गया है लेकिन बीएमसी ने समयसीमा पूरी होने से पहले ही तोड़फोड़ कर डाली।
कंगना ने कहा- 'लोकतंत्र की जीत हुई'
बॉम्बे हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद कंगना रनोत ने कोर्ट का शुक्रिया अदा किया और फैसले पर खुशी जताई। साथ ही उन्होंने कहा जब भी कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ जाकर अपनी आवाज़ को बुलंद करता है और फिर जीत भी हासिल कर लेता है, तो वो सिर्फ व्यक्ति की ही नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत है। साथ ही सभी लोगों का भी शुक्रिया अदा किया।