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योग हमारे शरीर के लिए बहुत ही अच्छा होता है इससे हमारे शरीर में स्फूर्ति आती है। सबसे महत्वपूर्ण बात इससे हमारा शरीर रोगमुक्त रहता है। योग के अनगिनत फायदे होते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि योग के कारण ही कोई फेमस हो गया। सिर्फ योग के कारण बॉलीवुड और टीवी की दुनिया में जगह मिल गई। चौंक गए न जी हां सही सुना आपने कोई है जिसने अपने योग के दम पर ही अपनी अलग पहचान बनाई। योग ने उनकी ज़िन्दगी को बदल दिया।हम बात कर रहे हैं नेक्ड गुरु विवेक मिश्रा की। कई फिल्मों और टीवी शो में काम कर चुके नेक्ड गुरु के नाम से मशहूर विकास का कैसे पड़ा ये नाम? कैसा रहा है उनका सफर? हमने जाना उनसे इंस्टाफीड के इस खास सेगमेंट में। जहां हम हर बार किसी नई हस्ती से आपको रूबरू करवाते हैं। उसी कड़ी विकास से हुई बातचीत के कुछ अंश पढ़िए यहां।
प्रश्न 1: आप नेक्ड योगा गुरु के नाम से मशहूर हैं आपने कब और कैसे ये फैसला लिया?
विवेक: योग एक बहुत पुराणी पद्धति है। आप प्राणायाम करते हैं या सात्विक आहार का सेवन करते हैं और उस तरह से होना जीवन व्यतीत करते हैं जो वैदिक कालों से ऋषि मुनि करते आए हैं। मैं एक व्यक्ति से मिला जो कनाडा से आये थे और नेक्ड योगा की वर्कशॉप कर रहे थे और में उनसे वहीं पर मिला था। आज की समय में पूरी दुनिया ने इसे अपना लिया है लेकिन हमारे देश में इसे बहुत अलग तरह से लिया जाता है। मैं पहले से ही योग किया करता है। बहुत बचपन से ही में योग किया करता था। लेकिन मैं नेक्ड योग ट्रेनर उस शख्स से मिलने के बाद ही बना। मैं उनका नाम नहीं लेना चाहूंगा।
प्रश्न 2: बॉलीवुड और योग में से आपका रुझान ज्यादा किस तरफ है? आपने बिगबॉस, मूवीज और सीरियल में भी काम किया है।
विवेक: मैं योग को ही कहूंगा। क्योंकि मुझे जो पहचान मिली वो योग से ही मिली। मैं आज जो कुछ हूं योग के कारण ही हूं। अगर योग नहीं होता तो बिगबॉस वाले भी मुझे अपने शो में नहीं बुलाते। तो में दोनों को ही करना चाहूंगा और दोनों में बैलेंस बना कर रखने की कोशिश करूंगा। मैं क्वांटिटी को नहीं क़्वालिटी को चूज नहीं करूंगा।
प्रश्न 3: आपने कई बड़ी फिल्मों में काम किया है? तो एक्टिंग में कब आने प्लान किया?
विवेक: मेरी लेटेस्ट मूवी मणिकर्णिका है। इस मूवी में मेरे मेज़र सीन सोनू सूद मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैं मुंबई एक्टर नहीं डायरेक्टर बनने के लिए आया था। मैं मुंबई आया तो मेँ बड़े बड़े लोगों से मिला और उन्होंने यहां से वहां भेजा। लेकिन मैंने ये सब देखा और सोचा कि ऐसे तो काम नहीं चलेगा रेंट बगैरह कैसे दूंगा। फिर मैं अपने एक दोस्त से मिला उसने मुझे एक्टिंग के बारे में बताया। फिर मैंने कुछ एड्स किये और रैंप शोज किये।क्राइम पेट्रोल आदि उस समय बहुत चला करता था वो भी किया और उसके बाद मुझे बिगबॉस मिल गया। ऐसे शुरू हुआ मेरा एक्टिंग का सफर।
प्रश्न 4: आपने मुंबई आने का मन कैसे बनाया? फॅमिली ने सपोर्ट किया?
विवेक: मैं दिल्ली में ही बहुत अच्छा कर रहा था। मैं कॉर्पोरेट पर्सन था, कुछ ऐड शूट्स भी कर चूका था। मॉडलिंग भी करता था प्रिंट शूट करता था। पर मेरे पेरेंट्स कभी खुश नहीं थे। मैं एक डॉक्टर फॅमिली से हूं। मेरी फॅमिली चाहती थी कि मैं एक आईएएस बगरह बनता इसलिए वो खुश नहीं थे। मैंने एक अच्छी खासी जॉब को रिजाइन किया था। मुझे आज भी याद है 31 दिसंबर को मैंने रिजाइन किया था। फिर मैं घर आया और मैंने घर वालों से कहा मैं मुंबई जाकर डायरेक्टर बनना चाहता हूं। घर वालों ने कहा क्यों जाना है मुंबई। पर मैंने अपना माइंड सेट कर लिया था। मेरे पास मेरा योगा था उसके भरोसे मैं यहां आ गया था।
प्रश्न 5: आपने कई बड़े चेहरों के साथ काम किया है। अब आपके आगे के क्या प्रोजेक्ट्स हैं? और टीवी और बॉलीवुड में क्या बेहतर है?
विवेक: दोनों में ही समानता है। आर्टिस्ट को आप कहीं भी परफॉर्म करने को बोलो वो अपना बेस्ट ही देता है। बस ये कह सकते हैं कि टेलीविजन से आप घर घर की पहचान बन जाते हैं। यहां पर ये बहुत पुराना है कि टेलीविज़न वाला फिल्म में नहीं चल पता बहुत कम उदाहरण हैं जो ऐसा कर पाए हैं। इंडिया में आर्टिस्ट का कांसेप्ट बहुत कैटेगराइज हो गया है। मैं ओटीटी प्लेटफार्म पर काम करना चाहता हूं। वो बहुत अच्छा प्लेटफार्म है। आगे में आपको कॉमेडी करता हुआ दिखूंगा। मैं प्रोजेक्ट डिस्क्लोस नहीं करूंगा अभी लेकिन मेरा नेक्स्ट प्रोजेक्ट वही है। इसके लिए मैं बहुत उत्साहित हूं। क्योंकि मैं ऐसा करना चाहता था।
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