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बॉलीवुड ने फिर खो दिया एक नयाब हीरा, जिसकी वजह से हजारों फिल्में सुपरहिट हुई. 'सौदागर'-'डिस्को डांसर' जैसी कई फिल्मों के सेट डिजाइन करने वाले कला निर्देशक मारुतीराव काले मारे बीच नहीं रहे. कोविड पॉजिटिव मारुतीराव काले का निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. मारुति राव काले की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया. मारुतीराव वी काले ने 100 से अधिक फिल्मों के लिए हिंदी सिनेमा के कला निर्देशक के रूप में काम किया. उन्होंने 1960 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म 'मुगल-ए-आजम' के लिए बढ़ई के रूप में भी काम किया.
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मारुति राव काले की बेटी कल्पना काले ने बताया कि उनके पिता की मौत कोरोना के कारण हुई है. उन्होंने कहा कि 7 मई को उनके कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के बांद्रा स्थित होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर वो कोरोना को मात नहीं दे पाए और 26 और 27 मई की दरमियानी रात को वो हमेशा के लिए अलविदा कह इस दुनिया को छोड़कर चले गए.
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उन्होंने 'ईमान धरम', 'डिस्को डांसर', 'कसम पांडे वाले की', 'डांस डांस', 'कमांडो', 'अजूबा', 'सौदागर' जैसी कई बड़ी और हिट फिल्मों के लिए बतौर चीफ आर्ट डायरेक्टर काम किया. इससे पहले उन्होंने 'रोटी कपड़ा और मकान', 'दीवार', 'रजिया सुल्तान', 'पाकीजा', 'शोर', 'कभी', 'दो अंजाने', 'मेरा साया' जैसी फिल्मों में सहायक कला निर्देशक के रूप में काम किया. यादगर और 'जांबंज' जैसी फिल्मों में काम किया. बॉलीवुड उनके काम को हमेशा याद रखेगा.
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