बॉलीवुड में अनुपम खेर और किरण खेर किसी पहचान के मोहताज नहीं है, इन्होंने अपनी कलाकारी और मेहनत के बलबूते पर बड़ा नाम कमाया है।
बॉलीवुड में अनुपम खेर और किरण खेर किसी पहचान के मोहताज नहीं है, इन्होंने अपनी कलाकारी और मेहनत के बलबूते पर बड़ा नाम कमाया है। अनुपम खेर के बेटे सिकंदर ने भी बॉलीवुड में अपनी दमदार पहचान बनाई है। साल 2008 में फिल्म वुड स्टॉक से अपने करियर की शुरुआत कर चुके हैं। सिकंदर ने न केवल सफलता पाई बल्कि असफलता का भी दौर देखा है। पिछले दिनों एक्टर ने खुलकर अपनी सफलता पर बात की है और उन्होंने आगे बढ़ाने के लिए किन चीजों का सामना किया है सबके बारे में बताया है।
मां से नहीं मांगी मदद
सिकंदर खेर अनुपम खेर और किरण खेर के बेटे हैं, अनुपम खेर सिकंदर के दूसरे पिता है। पिता का फिल्मी बैकग्राउंड होने के बावजूद भी उन्होंने कभी स्टार्टडम वाला व्यवहार नहीं दिखाया है। सिकंदर ने बातचीत के दौरान यह कहा है कि, "शुरुआत में काफी समय तक मैंने अपने करियर को सीरियसली नहीं लिया था। एक दिन यूं ही मैंने बैठे-बैठे कई लोगों को मैसेज किया कि मुझे काम चाहिए और फिर मैंने ऑडिशन दिए।" सिकंदर ने कभी भी माता-पिता से मदद नहीं मांगी ना ही कभी उनसे यह कहा कि आप फिल्म इंडस्ट्री में लोगों को जानती हैं, तो मेरे काम के लिए उनसे बात कीजिए।
असफलता से नहीं घबराए सिकंदर
बता दें कि, एक बेहतरीन अभिनेता होने के बावजूद सिकंदर को बॉलीवुड में सफलता नहीं मिली जिसके वह हकदार रहे हैं। जब सिकंदर से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा देखिए ऐसा कभी नहीं हुआ कि लोगों ने मुझसे आकर कहा हो कि, फलां फिल्म में अपने अच्छी एक्टिंग नहीं की है। हां पीठ के पीछे कुछ और बोलते हो तो वह बात अलग है। लोगों ने हमेशा मेरे काम को सराहा ही है एक और चीज जो मुझे मेरी मां ने सिखाया है की कितनी भी असफलता मिले घबराना नहीं चाहिए और मैं उनकी इस बात को मानता हूं।