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हीरो नहीं बल्कि Amrish Puri ने विलेन बनकर ऐसे जीता लोगों का दिल, देखिए उनके शानदार किरदार

खलनायक की दुनिया में ऐसे एक्टर Amrish Puri ने छोड़ी थी अपनी छाप, यहां देखिए कौन से हैं उनके शानदार किरदार.

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By Deepakshi | मनोरंजन - 22 June 2021

हम सभी ने विलेन तो बहुत से एक्टर्स को बनते हुए देखा है, लेकिन आपको केजीएफ फिल्म का ये डायलॉग तो याद ही होगा कि इफ यू थिंक यूअर बेड देन आईएम यूअर डैड ये बात यहां बिल्कुल फिट बैठती है एक्टर अमरीश पुरी (Amrish Puri) पर. क्योंकि विलेन की जब बात की जाती है तो एक्टर अमरीश पुरी का नाम सबसे ऊपर आता है. एक ऐसे कलाकार जो मोगैंबो खुश हुआ बोलकर सभी का दिल छू ले लेते थे. आज ही के दिन 22 जून 1932 को उनका जन्म हुआ था. उनकी जगह आज तक कोई भी एक्टर इस बॉलीवुड की दुनिया में लेता हुआ नजर नहीं आया है. ऐसा मे उन्हें याद करते हुए आइए जानते हैं उनके उन किरदारों के बारे में यहां जिसके चलते वो बने बॉलीवुड के सबसे बड़े विलेन.


मोगैंबो 

फिल्म मिस्टर इंडिया में एक्टर अमरीश पुरी ने मोगैंबो विलेन का किरदार जिस तरह से निभाया उसकी हर किसी ने तारीफ की. ज्यादातर लोगों का ये मानना है कि मिस्टर इंडिया वो पहली नंबर फिल्म बनी जिसने 6 करोड़ी की कमाई की थी. इस फिल्म में उनका डायलॉग मोगैंबो खुश हुआ काफी ज्यादा हिट हुआ था.

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भैरों नाथ

फिल्म नगीना में एक्टर अमरीश पुरी ने गजब का रोल निभाया था. वो इस फिल्म में जिस तरह के विलने बनाते हुए नजर आए थे उसकी कल्पान शायद ही किसी ने की होगी. 1989 में ये फिल्म आई थी. लेकिन इस फिल्म का डायलॉग आज भी कई लोग बोलते हुए नजर आते हैं, जोकि है- अलख निरंजन बोलत.


राजा साहब

फिल्म कोयला में राजा साहब का किरदार एक्टर अमरीश पुरी ने निभाया था, जिसे बाद में बॉलीवुड के खतरनाक खलनायकों के रोल में चुना जाने लगा. इस फिल्म में अमरीश पुरी ने एक डायलॉग मारा था जोकि कुछ ऐसा है- टिप बाद में देना तो एक रिवाज है, पहले देना अच्छी सर्विस की गारंटी होती है.


बलराज चौहान

नायक द रियल हीरो में एक्टर अमरीश पुरी ने एक ऐसे नेता का किरदार निभाया था जोकि भ्रष्टाचार से पूरी तरह लिप्त होता है. फिल्म में उनका नाम बलराज चौहान थ.। इस फिल्म का डायलॉग जिंदगी में भी वीसीआर की तरह रिवाइंड बटन होता तो, कितना अच्छा होता काफी हिट हुआ था.  उनकी ये फिल्म 2001 में आई थी.


चड्ढा

दामिनी फिल्म काफी जबरदस्त तरीके से हिट हुई थी. इस फिल्म में एक्टर अमरीश पुरी ने एक वकील चड्ढा का किरदार निभाया था. उन्होंने इस फिल्म में एक डायलॉग बोला था- ये अदालत है, कोई मंदिर या दरगाह नहीं जहां मन्नतें और मुरादें पूरी होती हैं, यहां धूप बत्ती और नारियल नहीं,बल्कि ठोस सबूत और गवाह पेश किए जाते हैं. वैसे इस फिल्म के कई डायलॉग लोगों के बीच हिट हुए थे.

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