आजम खान ने जया प्रदा पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था," जिसें मैं रामपुर लेकर आया था उसकी असलियत जानने में आप लोगों को 17 साल लगे, लेकिन मैं 17 दिनों में ही जान गया था कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह ख़ाकी रंग का है." इसके बयान के बाद काफी सियासत शुर
नए साल पर दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में एक कार की चपेट में आने और घसीटने से अंजलि सिंह की मौत हो गई थी। पीड़ित की दोस्त जो दुर्घटना के समय पिछली सीट पर सवार थी।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट में इस बात की जानकारी दी कि राज्य सरकार ने ओबीसी वर्ग के राजनीतिक पिछड़ेपन के अध्ययन के लिए एक आयोग का गठन कर दिया है।
एयर इंडिया के बिजनेस क्लास में नशे में धुत एक शराबी ने दूसरी सीट पर बैठी के उपर पेशाब कर दिया. इसके बाद महिला इस बात की शिकायत महिला ने केबिन क्रू से उस व्यक्ती की शिकायत की लेकिन केबिन क्रू ने कोई कार्रवाई नहीं की और पेशाब करने वाला शख्स आसानी से बचकर नि
यूपी के सीएम योगी ने अपने संबोधन में ये भी कहा, 'खराब सड़क इंजीनियरिंग के अलावा, ओवर स्पीडिंग, ओवरलोडिंग, सुरक्षा उपकरणों का उपयोग न करना और शराब पीकर गाड़ी चलाना प्रमुख कारण हैं.
MS खान, विशेष मजिस्ट्रेट ने कहा कि, 'इन्होंने गैरकानूनी तरीके से जुलूस निकाल. उन्होंने अन्य रूट बताया था और किसी और रूट से आ गए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला किया और बैरिकेडिंग तोड़ी. कानून ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए कदम उठाए और भीड़ को नियंत्रित
2 जुलाई 2020 की रात चौबेपुर के बिकरू में गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गों ने घात लगाकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया था इस मामले में आरोपित बनाई गई खुशी दुबे को बुधवार सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है. इस चर्चित प्रकरण में खुशी को मिलाकर अब तक तीन लोगों को
मृतका की सहेली ने कहा कि घटना के बाद उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था कि वह करें तो करें क्या. सहेली ने कहा, ''एक समय तो मुझे लगा कि वो मृतका को बचाने की कोशिश करें लेकिन डर के कारण बचाने और शोर मचाने की कोशिश नहीं की.'' उसने आगे कहा कि वह बहुत ज्यादा डर गई
रेलवे की 78 एकड़ जीम पर 4365 घरों को तोड़ने का आदेश दिया गया है। इसी को लेकर अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। इस मामले को लेकर अतिक्रमणकारियों का ये कहना है कि उनका विस्थापन किया जाएगा। उनके रहने की भी व्यवस्था हो।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जब बिप्लव देव के पैतृक घर को उपद्रवियों ने आग लगाई उस समय घर के अंदर कोई मौजूद नहीं था. इसलिए किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. उपद्रवियों ने विप्लव देब के घर के साथ ही बाहर खड़े वाहनों को भी छती ग्रस्त कर दिया.