अप्रैल महीने में आम जनता को महंगाई के मोर्चे पर काफी राहत मिली है. अप्रैल के महीने में महंगाई दर में कमी आई है. खाद्य पदार्थों के सस्ते होने से खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में 18 महीने के निचले स्तर 4.7 प्रतिशत पर आ गई. शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई.
खुदरा महंगाई दर
अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर 2021 के बाद सबसे निचले स्तर पर है. उस वक्त यह 4.48 फीसदी थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक अप्रैल में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 3.84 फीसदी थी, जो मार्च में 4.79 फीसदी थी. एक साल पहले अप्रैल के महीने में यह 8.31 फीसदी थी. अनाज, दूध और फलों आदि के दाम बढ़ने से खुदरा महंगाई दिसंबर 2022 के 5.7 फीसदी से बढ़कर इस साल फरवरी में 6.4 फीसदी हो गई। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई दर 5.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
उत्पादों की महंगाई दर
अप्रैल में खाद्यान्न और इससे जुड़े उत्पादों की महंगाई दर 13.67 फीसदी थी, जो मार्च में 15.27 फीसदी थी. इसके अलावा दूध और डेयरी उत्पादों की महंगाई दर 8.85 फीसदी रही है, जो मार्च में 9.31 फीसदी थी. मसालों की महंगाई दर 17.43 फीसदी हो गई है. साग-सब्जियों की महंगाई दर -6.50 फीसदी, दालों की महंगाई दर 5.28 फीसदी, मांस और मछली की महंगाई दर -1.23 फीसदी, तेल और वसा की महंगाई दर -12.33 फीसदी रही है.
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