कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत खाता खुलवाने वाले देश के 6 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. दरअसल, वित्त मंत्रालय की ओर से ईपीएफओ ब्याज दर की घोषणा करते हुए ब्याज दर को घटाकर 8.15 फीसदी कर दिया गया है. ईपीएफओ ने 2022-23 के लिए ईपीएफ पर 8.15 फीसदी की दर से ब्याज सदस्यों के खाते में जमा करने को कहा है.
ईपीएफओ की सिफारिश
सरकार ने पीएफ खाताधारकों को पिछले साल के मुकाबले 0.05 फीसदी ज्यादा ब्याज देने का ऐलान किया है. जानकारी के लिए बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के केंद्रीय न्यासी बोर्ड ने 2022-23 के लिए ईपीएफ पर 8.15 फीसदी देने की सिफारिश की थी. अब सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 0.05 फीसदी ज्यादा ब्याज देने का ऐलान किया है. ईपीएफओ की सिफारिश पर सरकार ने भी अपनी मुहर लगा दी है.
सरकार की मंजूरी
यह आदेश इस साल मार्च में ईपीएफओ ट्रस्टियों द्वारा अनुमोदित ईपीएफ ब्याज दर पर वित्त मंत्रालय की सहमति के बाद आया है. सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 2022-23 के लिए ईपीएफ पर ब्याज दर ईपीएफओ के पांच करोड़ से ज्यादा खाताधारकों के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी. आपको बता दें, 2021-22 में सरकार ने ईपीएफ संचय के लिए 8.10 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर अधिसूचित की थी, जो 2020-21 में 8.50 प्रतिशत से कम थी. किसी कर्मचारी के वेतन से 12 फीसदी कटौती ईपीएफ खाते के लिए होती है.
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