देश में जारी कोरोना महामारी की दूसरी लहर की धीमी रफ्तार के बीच लोग एक बार फिर लापरवाह हो रहे हैं. कोरोना के खतरे को नजरअंदाज करते हुए लोग भीड़ जमा करने से बाज नहीं आ रहे हैं. लोगों की लापरवाही के मामलों के चलते उत्तराखंड सरकार को कड़ा फैसला लेना पड़ा है. संक्रमण के प्रसार में कमी के बाद उत्तराखंड में घूमने वालों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है. इतना ही नहीं लोग कोविड के सही व्यवहार का भी पालन नहीं कर रहे हैं.
इसके चलते उत्तराखंड सरकार ने होटलों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ने नैनीताल और देहरादून के होटलों में 50 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी लिमिट तय करने का आदेश जारी किया है.
देश में कोरोना संक्रमण में गिरावट के बाद मैदानी इलाकों में लू झेल रहे लोग बड़ी संख्या में पहाड़ी इलाकों में घूमने जा रहे हैं. यह चिंता का विषय है कि पर्यटक कोविड के उचित व्यवहार का घोर उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसा कई जगह देखने को मिला है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि कोविड-19 की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. 8 जुलाई को समाप्त सप्ताह में देश के 66 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक की सकारात्मकता दर दर्ज की गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 80 फीसदी नए मामले 90 जिलों से आ रहे हैं- इन क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है.
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