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Samajwadi Party के लिए अयोध्या शहर में मिल्कीपुर
विधानसभा चुनाव मौका भी है और चुनौती भी। यहा Samajwadi
Party के साथ कांग्रेस
खड़ी है और Bahujan Samaj Party इस उपचुनाव से बाहर है। मिल्कीपुर विधानसभा
सीट पर BJP और SP के बीच कड़ा मुकाबला है।
पिछली बार जब 10 सीटो के विधानसभा
चुनाव हुए तो मिल्कीपुर सीट का उपचुनाव नही कराया गया जिस पर सपा ने इसे BJP का डर बताते हुए कहा कि जिसने जंग टाली समझो
उसने जंग हारी।
अखिलेश यादव इस सीट को जीतने के लिए
कड़ी मेहनत कर रहे है लेकिन उनके लिए ये इतना असाना नहीं होगा।
BJP भी मिल्कीपुर सीट जीतने के लिए अपनी पूरी
तैयारी कर रही है जो अखिलेश यादव के लिए एक चुनौती बन सकती है। अखिलेश यादव ने कहा
कि मिल्कीपुर का चुनाव दुनिया भर का मीडिया आकर देखे। यह सीट अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के
कारण खाली हुई जो फैज़ाबाद से लोकसभा सदस्य चुने गए। SP ने अवधेश को ब्याय की तरह पेश किया और कहा कि BJP को उस लोकसभा क्षेत्र में हराया गया जिसमें
श्रीराम मंदिर का निर्माण हुआ है।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अवधेश
प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को पहले से ही अपना
प्रत्याशी घोषित कर रखा है। जिस कारण अवधेश प्रसाद भी अपने
बेटे को जिताने के लिए प्रयास कर रहे हैं।
मिल्कीपुर की जातीय बिसात पर पब्लिक
डिस्प्ले ऑफ अफेक्शन देखाने को मिलता है। यहां दलित समुदाय की संख्या अधिक है
मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी का
दबदबा
मिल्कीपुर सीट के उपचुनाव पर Samajwadi Party अब तक 6 बार जीत चुकी है। वहीं Bahujan Samaj Party 2 बार और BJP 33 सालों में केवल 2 बार ही जीती है। अपको
बता दे की इस बार मिल्कीपुर सीट के लिए कड़ा मुकाबला होग क्योंकि सपा पहले भी 2
बार मिल्कीपुर उपचुनाव जीता चुकी है।
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