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भारत में बना है विश्व का पहला ओम आकार मंदिर, जानिए क्या है खासियत

हिंदुस्तान दुनिया का बेहद ही अनोखा देश है यहां पर आपको तरह-तरह की अनोखी चीजे देखने को मिलती है। इसी देश में एक अद्भुत मंदिर भी है जिसे देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगती है।

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By Taniya Instafeed | खबरें - 15 February 2024

हिंदुस्तान दुनिया का बेहद ही अनोखा देश है यहां पर आपको तरह-तरह की अनोखी चीजें देखने को मिलती है। इसी देश में एक अद्भुत मंदिर भी है जिसे देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ लगती है। बता दें कि, दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत और पूर्व भारत तक ऐसे लाखों मंदिर मौजूद है जिन्हें पवित्र माना जाता है। इतना ही नहीं देश के अलग-अलग हिस्सों से विशेष मौके पर लाखों देशी विदेशी भक्तों की भीड़ लगती है। भारत में कई सारे शिव मंदिर है लेकिन आज तक कहीं पर ओम आकार का शिव मंदिर नहीं देखा गया है, अब इस तरह का मंदिर राजस्थान में देखने को मिला है।

क्या है शिव मंदिर की खासियत

भारत का पहला ओम आकार का मंदिर राजस्थान के पाली शहर में मौजूद है, यह मारवाड़ तहसील के जाडन गांव में है। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि जोधपुर से 70 किलोमीटर की दूरी पर पाली एक औद्योगिक क्षेत्र है। राजस्थान में इस जगह पर घूमना इतिहास के बारे में जानना, पर्यटक स्थलों पर घूमने के लिए एक अच्छी जगह है। जब से ओम आकार का मंदिर शहर में बनाया गया है तब से यह जगह अधिक चर्चा में बना हुआ है।

मंदिर को बनाने में लगे सालों

सूत्रों के अनुसार, इस भव्य मंदिर को बनाने के लिए 28 साल लग गए इसका निर्माण 1995 में शुरू किया गया था और यह पूरे 28 साल बाद बनकर तैयार हुआ था। 19 फरवरी 2024 को इस मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा होगा, ओम आकार में बनी इस मंदिर को लेकर कहा जा रहा है कि मंदिर की लंबाई पूर्व से पश्चिम तक 185 मीटर है और उत्तर से दक्षिण तक 292 मीटर है। यदि आप इस मंदिर को ऊपर से देखें तो इसका ओम आकार बेहद खूबसूरत नजर आता है।  

भगवान शिव को अर्पित है मंदिर

राजस्थान शहर का यह ओम मंदिर भगवान शिव को समर्पित किया गया है यह भी कहा जाता है कि मंदिर में आकर्षण का केंद्र भगवान शिव की मूर्तियां है। आपको इस मंदिर में करीब 1008 अलग-अलग भगवान शिव की मूर्तियां देखने को मिलेगी। गर्भगृह कि बात करें तो यहां पर भगवान शिव की 108 मूर्तियां लगाई गई है।

कैसी है यहां की वास्तुकला

यहां की वास्तुकला बेहद खूबसूरत है इसे गुलाबी पत्थर से भारतीय नागर शैली द्वारा निर्मित किया गया है। इतना ही नहीं यह चार मंजिला मंदिर है इसमें 108 सुंदर नक्काशीदार कमरे भी बनाए गए हैं, इसके अलावा इस मंदिर में करीब 2000 स्तंभ है जो शिल्पकला से बनाए गए हैं। मुख्य शिव मंदिर में 200 स्तंभ है जिनमें देवी देवताओं की मूर्तियां बनाई गई है।

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