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गीता बालाकृष्णन सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. गीता ने कोलकाता से दिल्ली की 1700 किमी की दूरी पैदल तय की है. उन्होंने समाज में आर्किटेक्चर और डिजाइन से जुड़ा काम करने वाले लोगों के योगदान को दुनिया की नजर में लाने के लिए ये पैदल मार्च किया है. उनके इस विचार को कई लोगों ने सराहा है.
To bring focus to Architecture & Design Fraternity & their role in society, I set out on a 1700km walk from #Kolkata to #Delhi. A huge shoutout to @MFCWL for extending support through the Mahindra Scorpio which has become an inseparable part of the #walkforarcause Campaign! pic.twitter.com/Vsw84BGMyu
— Gita Balakrishnan (@gita_ethos) April 5, 2022
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गीता बालाकृष्णन की पहचान
आपको बता दें कि, गीता बालाकृष्णन के लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है की वह Ethos और Acedge की फाउंडर हैं. अपने प्रोफाइल पर उन्होंने खुद को पैदल चलता वास्तुकार बताया है. इतना ही नही गीता ने वर्ष 2002 में इथोस फाउंडेशन की शुरुआत की थी. ये फाउंडेशन पर्यावरण के बारे में जागरुकता फैलाने का काम करता है. वहीं यह फाउंडेशन युवा डिजाइनरों, सिविल इंजीनियरों और उभरते पेशेवरों के लिए एक नेटवर्क बनाने का काम करता है. इसी के साथ उन्होंने 2018 में Acedge की शुरुआत की थी जो एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है.
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स्कॉर्पियो बनी रास्ते का साथी
मिली जानकारी के अनुसार, गीता बालाकृष्णन की इस पूरी यात्रा में उनकी साथी के बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे. गीता की इस यात्रा में एक महिंद्रा स्कॉर्पियो ने उनका साथ दिया गीता स्कॉर्पियो पर बैठकर नहीं बल्कि इसके साथ साथ चलकर कोलकाता से दिल्ली तक आई थी. यह साहसी महिला दूसरों के लिए एक ऐसा उदाहरण है जिसने अपने दृढ़ निश्चय हो पूरा करते हुए इतना लंबा सफर मात्र पैदल ही तय किया है.
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