Story Content
कोरोना काल के दौरान हमने कई कलाकारों को खो दिया है। इस चीज की लिस्ट तो काफी लंबी है लेकिन जब साजिद-वाजिद की जोड़ी पर इसका असर पड़ा तो सभी फैंस हैरान रह गए। दरअसल वाजिद खान काफी लंबे समय से बीमारी से पीड़ित थे। उनका निधन 1 जून 2020 को हो गया था। इसके बाद ही एक बेस्ट म्यूजिक कंपोजर की जोड़ी अलग हो गई थी। लेकिन उनके निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख की जिंदगी बर्बाद होती हुई नजर आ रही है। ये बात हम नहीं बल्कि वो खुद कहती हुई नजर आई है। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। आइए जानते हैं कि किस तरह की चीजों का खुलासा करती नजर आई वाजिद की पत्नी।
किस तरह के लगाए हैं आरोप?
सोशल मीडिया पर वाजिद की पत्नी कमलरुख ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें वाजिद के परिवार द्वारा जबरदस्ती इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहा जा रहा है। जहां एक तरफ वो अपने पति को खोने के गम में है। वहीं, दूसरी ओर वाजिद के परिवार द्वारा उन्हें तंग किया जा रहा है।
लेटर में खोल डाले कई गहरे राज
कमलरुख ने अपनी बातें और भावनाएं व्यक्त करते हुए लेटर में लिखा कि वो ( वाजिद) मुस्लाम थे और मां पारसी थी। ऐसा समझल लीजिए कि हम स्वीटहार्ट्स थे। इतना ही नहीं स्पेशल मैरिज एक्टर के अंतगर्त रहकर ही हमने शादी की थी। मैं इस पर अपना अनुभव शेयर करना चाहती हूं कि मुझे किस तरह से इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म को लेकर भेदभाव का सामना करना पड़ है जोकि बेहद शर्मनाक बात है और ये चीज सभी की आंखें खोल देने वाली है। अब देखना ये होगा कि वाजिद के परिवार वाले इस पर क्या रिएक्शन देते हैं।
अपना धर्म ही सच्चा धर्म- कमलरुख
वाजिद की पत्नी ने अपनी बात रखते हुए ये भी कहा कि वाजिद एक बहुत अच्छे और सुपर टेलेंटेड म्यूजिशियन थे। वो और उनके बच्चे उन्हें काफी मिस करते हैं। वो उनके और उनके परिवार की धार्मिक रुढ़िवादिता चीजों के चलते कभी एक परिवार का रुप नहीं ले पाए हैं। वाजिद की मोत के बाद से उनकी फैमिली का टॉर्चर मुझ पर जारी है। कमलरुख का कहना है कि वो अपने बच्चों के लिए ये लड़ाई लड़ रही है। साथ ही उन्होंने ये भी बात रखी कि अपना धर्म ही सबसे अच्छा धर्म है और अपने ईश्वर ही सबसे अच्छे ईश्वर हैं।
वाजिद खान से जुड़ी बातें
1998 को सलमान खान की फिल्म प्यार किया तो डरना क्या से वाजिद खान ने अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कई सारे बॉलीवुड को हिट म्यूजिक दिए थे। वाजिद खान प्रसिद्ध तबला वादक शराफत अली खान के बेटे थे। वहीं, वाजिद केदादा उस्ताद अब्दुल लतीफ खान भी म्यूजिशन रह चुके थे और उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। जब साजिद-वाजिद 7-8 साल के थे तभी से उन्होंने म्यूजिक सीखना शुरु कर दिया। उनका ताल्लुक यूपी के सहारणपुर से है।
Comments
Add a Comment:
No comments available.