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आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए प्रस्तावित नवीन योजना हेल्थ बेनिफिट पैकेज (एचबीपी) 2.0 को राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार से लागू कर दिया है. इसमें बर्न मैनेजमेंट के साथ ओपेन सर्जरी और लेप्रोस्कोपी को भी शामिल किया है कैंसर उपचार के पैकेज की दरें बढ़ाई गई हैं.
डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, कोमा आदि के लिए प्रतिदिन भर्ती दर को भी निर्धारित कर दिया गया है कई नई बीमारियों के इलाज को भी पैकेज में जोड़ा गया है. पैकेज दरों में वृद्धि 15 फरवरी 2020 से लागू होनी थी, लेकिन तकनीकी स्वीकृति नहीं मिल पाने की वजह से इसे अब लागू किया गया है. सिजेरियन डिलेवरी, गॉल ब्लाडर स्टोन, अपेंडिक्स, थायराइड, बच्चों में पैदाइशी दिल की बीमारी, वाल्व सर्जरी, ओपेन हार्ट, आर्थोपेडिक्स, किडनी स्टोन व कैंसर की सर्जरी में पूर्व की दर में वृद्धि की गई है.
270 पैकेज की दर में बढ़ोतरी
एचबीपी 2.0 के तहत 867 पैकेज के अंतर्गत 1574 रोगों के इलाज की प्रक्रिया निर्धारित की गई है. अब अधिकाधिक निजी अस्पतालों को भी योजना से जोड़ा जा सकेगा. विभिन्न बीमारियों के लिए तैयार 270 पैकेज की दर में बढ़ोतरी की गई है. इसमें बीमारियों से संबंधित 237 नए पैकेज शामिल हैं.
दो लाख से अधिक का हुआ इलाज
अब तक इस योजना के तहत 2 लाख 7 हजार मरीजों का इलाज किया जा चुका है 53.92 लाख से अधिक योग्य लाभाॢथयों एवं 25.02 लाख परिवारों को गोल्डन कार्ड निर्गत किए जा चुके हैं. राज्य में 569 सरकारी एवं 264 निजी अस्पतालों में सूचीबद्ध बीमारियों का इलाज हो रहा है. इन सभी अस्पतालों में बायो ऑथेंटिकेशन के माध्यम से भर्ती एवं डिस्चार्ज करते समय मरीजों का प्रमाणीकरण किया जाता है. अब तक इन अस्पतालों को 144 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है.
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