स्वदेश निर्मित पहले बहु-भूमिका वाले हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में वायु सेना में शामिल किया.
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स्वदेश निर्मित पहले बहु-भूमिका वाले हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में वायु सेना में शामिल किया. यहां वायु सेना स्टेशन में आयोजित एक समारोह में, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने एलसीएच की पारंपरिक चाबियां रक्षा मंत्री को सौंपी, जिसे बाद में रक्षा मंत्री ने वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी को सौंप दिया. इसके साथ ही हेलीकॉप्टर वायुसेना के हेलीकॉप्टर बेड़े में शामिल हो गया.
मिसाइलों और रॉकेटों से लैस प्रचंड
एलसीएच को बेड़े में शामिल करने से पहले एक सर्व-धर्म प्रार्थना भी की गई. एलसीएच को बेड़े में शामिल करने के बाद रक्षा मंत्री ने इसका नामकरण करते हुए इसे 'प्रचंड' नाम दिया. अब से इस हेलीकॉप्टर को प्रचंड के नाम से जाना जाएगा. प्रचंड के बेड़े में शामिल होने के बाद, इसे वाटर कैनन से पारंपरिक सलामी दी गई. अत्याधुनिक मिसाइलों और रॉकेटों से लैस प्रचंड दुश्मन के छक्कों को मारकर उन्हें तबाह करने में पूरी तरह सक्षम है.
जत्थे में वायुसेना को 10 हेलीकॉप्टर
बता दें कि पहले जत्थे में वायुसेना को 10 हेलीकॉप्टर मिले हैं. इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार देश की रक्षा को पहला कर्तव्य मानती है और इसके लिए वह हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, राष्ट्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आने वाले समय में जब भी दुनिया में सैन्य शक्ति सहित महाशक्ति की बात होगी, भारत की गिनती सबसे पहले होगी.
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