Hindi English
Login

बच्चों में तेजी से बढ़ रहा टाइप-1 डायबिटीज का खतरा, ICMR ने जारी किए दिशा-निर्देश

ICMR ने सोमवार को टाइप 1 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए. वहीं ICMR की इस गाइडलाइन में भारत की युवा पीढ़ी में लगातार बढ़ती डायबिटीज का जिक्र है.

Advertisement
Instafeed.org

By Asna | लाइफ स्टाइल - 07 June 2022

देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है. इस बीच टाइप 1 डायबिटीज को अब इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के लिए सिरदर्द के रूप में देखा जा रहा है. ICMR ने सोमवार को टाइप 1 डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए. टाइप 1 डायबिटीज के लिए ये दिशानिर्देश प्रोफेसर (डॉ) बलराम भार्गव, डीजी और डीएचआर, आईसीएमआर द्वारा जारी किए गए हैं. ICMR की इस गाइडलाइन में भारत की युवा पीढ़ी में लगातार बढ़ती डायबिटीज का जिक्र है. टाइप 1 डायबिटीज बच्चों और युवाओं में सबसे आम बताया गया है. इसे समान रूप से व्यवहार करने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ें : भारत और मुस्लिम देशों के बीच बढ़ती दूरियां, रद्द किया उपराष्ट्रपति का डिनर


डायबिटीज की जटिलताओं को किया जा सकता है नियंत्रित 

जारी दिशा-निर्देशों में बताया गया है कि डायबिटीज को कम करने और इसकी जटिलताओं पर बेहतर नियंत्रण पाने के लिए कई तरह के उपायों पर काम किया जा सकता है. बेहतर जीवन जीने के साथ-साथ जीवन स्तर में भी सुधार हो सकता है.

यह भी पढ़ें : बोरिस जॉनसन बने रहेंगे प्रधानमंत्री, पक्ष में पड़े 211 वोट


टाइप 1 डायबिटीज बच्चों और युवाओं को कर रही है प्रभावित 

दिल्ली एम्स के एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के प्रमुख निखिल टंडन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि आईसीएमआर की इस गाइडलाइन के जरिए बच्चों और किशोरों को प्रभावित करने वाले टाइप 1 डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है. वहीं, गाइडलाइन की मुख्य विशेषता टाइप 1 डायबिटीज को नियंत्रित करना है.

Advertisement
Advertisement
Comments

No comments available.