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भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री, गृहमंत्री,आयरन मैन और लौह पुरुष के नाम से पहचाने जाने वाले मशहूर सरदार वल्लभभाई पटेल की आज 75वीं पुण्यतिथि है। 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा में उनका जन्म हुआ था। सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिन्होंने भारत गणराज्य का निर्माण करने के लिए 562 रियासतों को एकजुट किया था। वही 15 दिसंबर 1950 को उनका निधन हो गया यही नहीं उनके योगदानों के कारण आज भी उनका सम्मान किया जाता है। इस मौके पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने उन्हें ट्वीट करके श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के जारिए श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि मैं लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने एक मजबूत और समृद्ध भारत की नींव रखी। उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग हमें हमेशा एकता, अखंडता और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए करेगा। ऐसे में सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर हम आपके लिए लेकरआए है आयरन मैन ऑफ इंडिया के बारे में कुछ ऐसे तथ्य जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा।
1.सरदार वल्लभभाई पटेल के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री थे।
2.सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी 22 साल की उम्र में मैट्रिक की पढ़ाई को पूरा किया था।
3. सरदार वल्लभभाई पटेल की शुरू में राजनीति की दुनिया में कोई दिलचस्पी नहीं थी लेकिन1917 में महात्मा गांधी से मिलने के बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ने और स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने का फैसला किया।
4. सरदार वल्लभभाई पटेल ने स्वराज या स्व-शासन की वकालत की और गुजरात में अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक सविनय अवज्ञा का आयोजन भी किया।
5. सरदार वल्लभभाई पटेल ने अल्पसंख्यकों और महिलाओं के अधिकारों, छूआछूत और जाति भेदभाव के खिलाफ बड़े पैमाने पर काम किया।
6. सरदार वल्लभभाई पटेल को स्वतंत्र भारतीय संघ में 500 से अधिक रियासतों के राजनीतिक एकीकरण का श्रेय दिया जाता है।
7. सरदार वल्लभभाई पटेल की पत्नी झावेरबा का निधन केवल 33 वर्ष की आयु में हो गया था। यही नहीं सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी पत्नी से सच्चा किया था यहीवजह थी कि उन्होंने कभी अपना पुनर्विवाह नहीं किया।
8. पीएम मोदी द्वारा उद्घाटित की गई स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नर्मदा नदी के तट पर स्थित है जिसकी ऊचांई 182 मीटर है जो इसे दुनिया में सबसे लंबा बनाता है। इस स्टैच्यू को बनाने में 2,989 करोड़ रुपये की लागत लगाकर बनाया गया था।
9.सरदार वल्लभभाई पटेल को 1991 में मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
10. सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के दिन हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
by-asna zaidi
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