Story Content
ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक हादसे को 12 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है. दुर्घटनास्थल पर अभी भी चीख-पुकार मची हुई है. एनडीआरएफ और सेना के जवान राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं. इस हादसे में अब तक 233 लोगों की जान चली गई है और 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. इस हादसे के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दुख और संवेदना व्यक्त की है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
इस्तीफे की मांग
वहीं इस हादसे के बाद अश्विनी वैष्णव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. विपक्ष अब दबे स्वर में उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है. भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा कि सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है. आम लोगों की ट्रेन और ट्रैक उपेक्षित हैं. ओडिशा में हुई मौतें उसी का नतीजा हैं. उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
विपक्षी नेताओं की जासूसी
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरण लगाने के बजाय केंद्र विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर विकसित करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जनता को गुमराह कर राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों की लंबी-चौड़ी बातें कर रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है.
Comments
Add a Comment:
No comments available.