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एक अध्ययन में सामने आया है कि 45 वर्ष से ज़्यादा उम्र के लोगों में मध्यम वर्ग के व्यक्तियों की अपेक्षा यौन संचारित संक्रमण के ख़तरे ज़्यादा होते हैं।यू.के., बेल्जियम और नीदरलैंड के शोधकर्ताओं के साथ-साथ चिचस्टर विश्वविद्यालय ने पाया कि यौन स्वास्थ्य पर लोग चर्चा करना पसंद नहीं करते और लोगों में इससे सम्बंधित अधूरा ज्ञान भी है।
अध्ययन के मुताबिक, "45 से ज़्यादा मध्यम आयु वर्ग के और बुजुर्ग लोगों के यौन संबंध बनाने के बारे में बात करने की समाज में इच्छा न होने के कारण पहले से कहीं ज्यादा एसटीआई का खतरा है,"
इंग्लैंड के दक्षिण तट और बेल्जियम और नीदरलैंड के उत्तरी क्षेत्रों में 800 वयस्कों का सर्वेक्षण किया, जिसके मुताबिक़ जिसमें लगभग 200 लोगों ने कहा कि उन्हें सामाजिक आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा।
लगभग 80 प्रतिशत उत्तरदाताओं की आयु 45 से 65 के बीच थी, और 58 प्रतिशत लोग जो सामाजिक आर्थिक रूप से वंचित थे, उनकी उम्र 45 से 54 के बीच थी।
चिचस्टर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता इयान टिंडाल ने कहा कि यौन व्यवहार में बड़े बदलाव के कारण यौन सक्रिय लोगों की संख्या अधिक हो गई है जो 45 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, कुछ समय में यौन व्यवहार में बड़े बदलावों के कारण यौन सक्रिय वृद्धों की संख्या बढ़ती जा रही है।
इस अध्यन में ये भी सामने आया है कि सामाजिक नुकसान वाले लोग जैसे कि जिनके पास घर नहीं होता, यौनकर्मी, दूसरे देश की भाषा बोलने वाले आदि लोगों को उनके यौन स्वास्थ्य के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं होती न ही उनको मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पता होता है इस कारण से ख़तरा ज़्यादा बढ़ जाता है।
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