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देश में भले ही कोरोना के मामलों में पहले की तुलना में कमी आई हो। लेकिन इसका खतरा अभी भी बना हुआ है। वही देश के दो राज्य महाराष्ट्र और केरल में कोरोना का खतरा काफी ज्यादा है। इसके साथ-साथ इन दोनों राज्यों में कोरोना के मामले बाकी राज्यों की तुलना में काफी ज्यादा हैं। यही नहीं इसी कड़ी में महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि केरल से महाराष्ट्र आने वाले सभी यात्रियों को RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी।
महाराष्ट्र सरकार के नए कोविड दिशानिर्देशों के मुताबिक अब केरल से महाराष्ट्र आने वाले सभी यात्रियों को आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट पेश करनी होगी। वही महाराष्ट्र रिलीफ एंड रिहैबिलिटेशन सेक्रेटरी (एडिशनल) अनूप कुमार ने कहा कि केरल से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR की जांच बुधवार से शुरु हो गई है।
नए कोविड दिशानिर्देशों के तहत यात्रियों का RT-PCR सैंपल यात्रा से 96 घंटे पहले का होना चाहिए। इसके साथ ही बिना कोविड लक्षणों वाले यात्रियों को ही राज्य में आने की अनुमति होगी। वहीं कोरोना के लक्षण मिलने वाले यात्रियों के पास वापस अपने घर जाने का भी ऑप्शन होगा।
जिन यात्रियों में के लक्षण दिखाते हैं उन्हें अलग कर एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा। वही एंटीजन टेस्ट में नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही यात्री को महाराष्ट्र में यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ-साथ कोविड पाॅजिटिव टेस्ट न करवाने वाले यात्रियों को कोविड केयर सेंटर भेजा जाएगा।
यह आदेश उन लोगों के लिए भी लागू किया जाएगा जो हवाई यात्रा कर रहे हैं। जिसके तहत कहा गया है कि फ्लाइट्स में बैठने से पहले हर यात्रियों को 72 घंटे पहले नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त करनी होगी। ऐसे में यदि किसी यात्री के पास कोविड टेस्ट रिपोर्ट नहीं है तो उसकी एयरपोर्ट पर जांच की जाएगी।
रेल यात्रियों के लिए भी यही नियम लागू होगा और उन्हें यात्रा से 96 घंटे पहले प्राप्त कोविड नेगेटिव रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। वही अगर जो लोग रिपोर्ट नहीं दिखाते हैं उनके तापमान की जांच की जाएगी। यदि उनमें कोविड के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें एक एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा। नए दिशानिर्देशों के अनुसार सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों की राज्य की सीमाओं पर एंट्री करने पर कोविड जांच की जाएगी।
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