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Amit Shah on Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों मणिपुर के चार दिन के दौरे पर हैं. उन्होंने कल यानी की बुधवार को समीक्षा बैठक की. इसके बाद इंफाल में आज एक प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया. अमित शाह ने कहा 29 अप्रैल को मणिपुर हाईकोर्ट के एक जल्दबाजी में हुए फैसले के कारण यहां पर जातीय हिंसा और दो ग्रुप के बीच में हिंसा की शुरुआत हुई.
गृह मंत्री ने व्यक्त की संवेदना
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, पिछले 6 वर्षों से जब से मणिपुर में भाजपा की सरकार आई मणिपुर बंद, कर्फ्यू और हिंसा से मुक्त हो गया था. मणिपुर में डबल इंजन की सरकार ने विकास के सभी पैमानों में अभूतपूर्व सिद्धि हासिल की. पिछले 1 महीने में मणिपुर में हिंसक घटनाएं हुई हैं. जिन नागरिकों की हमले की हिंसा में मृत्यु हुई है उनके परिजनों के प्रति प्रधानमंत्री मोदी, मेरी तरफ से और भारत सरकार की तरफ से संवेदना व्यक्त करता हूं.
रिटायर्ड जजों की टीम करेगी जांच
शाह ने कहा, दो दिनों में मैंने मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल और आहत लोगों से मिलने का प्रयास किया है. अधिकारियों के साथ भी बैठक की हैं...भारत सरकार हिंसा, हिंसा के कारण और हिंसा में किसकी ज़िम्मेदारी है, इन सभी चीजों की जांच के लिए हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस स्तर के रिटायर्ड न्यायाधीश का न्यायिक आयोग गठित करके जांच करेगी.
6 मामलों की जांच करेगी CBI
शाह ने आगे कहा, मणिपुर में हिंसा के जितने भी मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से 5 मामले चयनित किए गए हैं और एक मामला हिंसा के षड्यंत्र का दर्ज करके इन 6 मामलों की जांच CBI करेगी. निष्पक्ष जांच की जाएगी.
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