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मुंबई, 22 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में कोंकण रेलवे मार्ग पर गुरुवार को भारी बारिश के बाद नदी में पानी भर जाने के बाद करीब 6,000 यात्री फंसे हुए हैं, जबकि मूसलाधार बारिश से कई जगहों पर सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. मुंबई सहित राज्य के कुछ हिस्सों में, अधिकारियों ने बचाव प्रयासों में प्रशासन की मदद करने के लिए एनडीआरएफ को बुलाया. अधिकारियों ने कहा कि अब तक कोंकण रेलवे (केआर) मार्ग पर सेवाओं के बाधित होने के कारण नौ ट्रेनों को विनियमित किया गया है, जिसका अर्थ है कि उन्हें या तो दोबारा रूट किया गया है, शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है या रद्द कर दिया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में प्रमुख नदियां लगातार बारिश के कारण खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और सरकारी तंत्र कई प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया में है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इन दो तटीय जिलों में लगातार हो रही बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। बैठक के दौरान, ठाकरे ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले तीन दिनों के लिए तटीय क्षेत्र में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. उन्होंने अधिकारियों से सतर्क रहने और उफनती नदियों के स्तर पर नजर रखने और निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कहा.
कोंकण रेलवे (केआर) के अधिकारियों ने कहा कि फंसे हुए ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर सुरक्षित स्थानों पर हैं और उनमें सवार यात्री भी सुरक्षित हैं और उन्हें भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के बाद रत्नागिरी में चिपलून और कामठे स्टेशनों के बीच वशिष्ठ नदी पुल का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. उन्होंने कहा, "यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इस खंड में ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है." रेल अधिकारियों के अनुसार,5,500-6,000 यात्री ट्रेनों में फंसे हुए थे, जिन्हें 756 किलोमीटर लंबे केआर मार्ग पर विभिन्न स्टेशनों पर विनियमित किया गया था, जो तीन राज्यों – महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में फैला हुआ है और कठिन इलाके से गुजरता है.
नौ ट्रेनों को रेगुलेट किया गया है. इनमें से दादर-सावंतवाड़ी स्पेशल ट्रेन को चिपलून स्टेशन पर और सीएसएमटी-मडगांव जनशताब्दी स्पेशल ट्रेन को खेड़ स्टेशन पर रेगुलेट किया गया. कोंकण रेलवे के प्रवक्ता गिरीश करंदीकर ने कहा कि इन ट्रेनों में सवार यात्री सुरक्षित हैं. करंदीकर ने कहा, "हमने सभी फंसे हुए यात्रियों को चाय, नाश्ता और पानी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है." रत्नागिरी जिले में जगबुड़ी, वशिष्ठी, कोडावली, शास्त्री, बाव समेत प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
सीएमओ ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप खेड़, चिपलून, लांजा, राजापुर, संगमेश्वर कस्बे और आसपास के इलाके प्रभावित हुए हैं और निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसी तरह, पड़ोसी रायगढ़ जिले में कुंडलिका, अंबा, सावित्री, पातालगंगा, गढ़ी, उल्हास सहित नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, सीएमओ ने एक बयान में कहा। समीक्षा बैठक के दौरान ठाकरे ने रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में उफनती नदियों का भी जायजा लिया. इस बीच, सीएमओ ने कहा कि सतारा जिले के लोकप्रिय हिल स्टेशन महाबलेश्वर में 24 घंटे में 480 मिमी बारिश हुई है, जिससे सावित्री और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कसारा घाट खंड में और मुंबई से सटे पुणे जिले के लोनावाला पहाड़ी शहर के पास मध्य रेलवे की ट्रेन सेवाएं भी भारी बारिश के कारण बाढ़, पटरियों के बह जाने, बोल्डर दुर्घटनाओं और उस क्षेत्र में कीचड़ गिरने से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. ,
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