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चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला ही मैच 227 से गंवाने वाली टीम इंडिया ने ऐसा पलटवार किया जिससे कभी भी इंग्लैंड भूला नहीं पाए। विराट ने महज हफ्तेभर में अपने फैंस को जीत का शानदार तोहफा दिया है। 428 रनों का लक्ष्य इंग्लैंड को दिया गया था लेकिन इंग्लैंड की टीम चौथे दिन 164 रनों पर ही सिमट कर रह गई। विराट ने 317 रनों से जीत हासिल करने का शानदार काम किया है। ये भारत की इंग्लैंड के खिलाफ शानदार जीत है।
भारत की इंग्लैंड के खिलाफ यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले उसने 1986 में लीड्स में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड को 279 रनों से मात दी थी। अब ये रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम से जुड़ गया है। इंग्लैंड के खिलाफ 89 साल के अपने टेस्ट इतिहास की पांचवी सबसे बड़ी जीत भारत ने हासिल की है।
सीरीज का पहला मैच हराने के बाद विराट कोहली ने कहा था- हमें वापसी करना आता है और अगले मैच में हम अपना बेस्ट देंगे। हमें अच्छी बॉडी लैंग्वेज से शुरुआत करनी होगी और विरोधी टीम पर दबाव बनाना होगा।' कोहली की ये बात बिल्कुल सही साबित हुई है।
इस शानदार जीत में एक तरफ रविचंद्रन अश्विन का ऑलराउंड प्रदर्शन हमेशा यादगार रहेगा। इसके अलावा पहली पारी में हैटमैन रोहित शर्मा के बल्ले से 161 रन बने थे जिससे टीम इंडिया को मजबूती मिली थी। इसके अलावा अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत के अर्धशतकों (नाबाद 58) ने टीम इंडिया को पहली पारी में 329 रनों तक पहुंचाने का काम किया।
इन सबके बीच इंग्लैंड को पहली पारी में 134 रनों पर समेटने के बाद दूसरी पारी में अश्विन ने बल्ले से अपने धूम मचाने का काम किया है। इसके साथ कप्तान कोहली के अर्धशतक ने भी असंभव सा लक्ष्य इंग्लैंड के पास रख दिया। वैसे भारत की इस शानदार जीत पर उसे ढेर सारी बधाइयां।
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