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अनचाहे कॉल को लेकर सरकार हुई सख्त, टेलीकॅाम कंपनियों ने लागू किया ये नियम

अनचाहे कॅाल को लेकर सरकार की सख्ती के बाद अब टेलीकॅाम कंपनियों ने इसके बारे में नया नियम लागू कर दिया है। इसकी वजह से लाखों ग्राहकों को ओटीपी जैसे जरुरी एसएमएस हासिल करने में भी अड़चन आ रही हैं।

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By Asna | व्यापार - 09 March 2021

अनचाहे कॉल को लेकर सरकार की सख्ती के बाद अब टेलीकॅाम कंपनियों ने इस बारे में एक नया नियम लागू किया है। इसकी वजह से लाखों ग्राहकों को ओटीपी जैसे जरुरी एसएमएस हासिल करने में भी समस्या आ रही है और यह अगले कुछ दिनों तक रह सकती हैं। इससे कुछ कंज्यूमर्स को आधार ओटीपी, कोविन प्लेटफॅार्म के द्वारा कोविड वैक्सिनेशन जैसे जरुरी कार्यों के लिए होने वाले एसएमएस हासिल करने में भी अड़चन आ सकती हैं।

क्यों आ रही दिक्कत 

बता दें दूरसंचार नियामक ट्राई ने उपभोक्ताओं  को अनचाहे कॉल और फर्जी मैसेज की परेशानी से बचाने के लिए टेलीकॅाम कंपनियों से ग्राहकों के रजिस्ट्रेशन और स्टैंडर्डज़ेशन के लिए नए नियम लागू करने को कहा है। वही  रिलांयस जियों, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने रविवार रात से ही इसे लागू कर दिया हैं। ट्राई का यह मानक 2019 से ही लागू करना लंबित था लेकिन हाल के वर्षों में फिशिंग अटैक और अनचाहे कॅामर्शियल संचार के बढ़ते मामलों की वजह से अब इसे सख्ती से लागू किया जा रहा हैं। 

जल्द होगा समाधान

बता दें सोमवार से ही बहुत से ग्राहकों को कई तरह के जरुरी मैसेज हासिल करने में दिक्कत आ रही है लेकिन टेलीकॅाम कंपनियों का कहना है कि इस समस्या का जल्द ही समाधान कर लिया जाएगा। वही ट्राई ने आपरेटरों को अनचाहे कॅाल्स और संदेशों को रोकने के लिए ब्लॅाकचेन प्रौघोगीकी का इस्तेमाल करने को कहा था वही भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अवांछित कॅाल्स और स्पैम से संबंधित नियमों  में साल 2018 में बदलाव किया था। इसके अलावा ये बदलाव नए नियमों को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं ताकि ग्राहकों को कंपनियों द्वारा संदेश भेजने की मंजूरी दी जा सके। नियामक ऑपरेटरों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि व्यापार संदेश केवल एक रजिस्टर्ड नंबर के माध्यम से हो।

सरकार ने दिखाई सख्ती

सरकार हाल ही में इस मामले में सख्त हो गई है।  वही ग्राहकों को अनचाहे कॅामर्शियल कॅाल और एसएमएस भेजने वाली कंपनियों पर जुर्माने का प्रावधान किया जा रहा है। ऐसे ऐप विकसित किए जाएंगे जिनके माध्यम से ग्राहक दूरसंचार कंपनियों को अवांछित कॉल, एसएमएस और वित्तीय धोखाधड़ी के बारे में शिकायत करेंगे।


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