बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने का विधान है, कुंडली में दोष दूर करने के लिए बुधवार का व्रत रखा जाता है.
Story Content
बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करने का विधान है, लेकिन इस कुंडली में दोष दूर करने के लिए बुधवार का व्रत रखा जाता है। व्रत के दिन बुध ग्रह से संबंधित चीजों का दान भी किया जाता है. इस दिन बुधवार के दिन पूजा के समय व्रत कथा का श्रवण किया जाता है, तभी व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है. यदि आपकी कुंडली में किसी प्रकार का दोष भी है तो विघ्नहर्ता उस दोष का निवारण करते है.
भगवान गणेश का दिन
मान्यताओं के अनुसार बुधवार को भगवान गणेश का दिन कहा जाता है और इस दिन व्रत करने से घर में सुख, शांति आती है. हिंदू शास्त्रों में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है और इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है. बुधवार के दिन गणेश जी के व्रत का भी विशेष महत्व है और मान्यता है कि यह व्रत 7 बुधवार तक करना चाहिए. इस व्रत में भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए कथा का पाठ करना चाहिए
कन्या को दें साबुत बादाम
बप्पा की पूजा करने से आज के दिन परिवार में गृह क्लेश जैसी स्थिति नहीं रहती है. विघ्नहर्ता की पूजा के लिए उनके जैसे दिखने वाली प्रतिमा बनाएं इसे अपने घर के देवालय में स्थापित करें और प्रतिदिन इसकी विधि विधान से करें. गणेशा दुर्गा मंदिर के बाहर बैठे किसी कन्या को गुरुवार के दिन साबुत बादाम देना चाहिए इससे घर की बीमारी दूर होती है साथी गणेश जी भी तुरंत प्रसन्न होते हैं.
Comments
Add a Comment:
No comments available.