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Exclusive: चंद मिनटों में कागज पर नरेंद्र मोदी-अक्षय कुमार की तस्वीर उतारने वाली शिल्पा की दास्तान

जिंदगी में हौसलों के साथ आगे बढ़ना हर किसी के बस की बात नहीं होती लेकिन यहां जानिए शिल्पा रावत की कहानी जिन्होंने बेहतरीन तरीके से ये काम किया।

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By Deepakshi | खबरें - 14 December 2020

कहते एक बेटी अपनी मां की ही झलक होती है। कई बार मां के अधूरे सपने उसकी बेटी ही पूरी करती है। क्योंकि उस मां, गृहणी और महिला की जिंदगी सिर्फ घर की चार दीवारों तक ही सीमित रह जाती है। तभी तो अक्सर आपने मां के मुंह से ये शब्द निकलते हुए सुने होंगे कि जो मैं नहीं कर सकी चाहती हूं तो करें। मां के मन की ये अधूरी इच्छा कभी न कभी पूरी भी हो जाती है।  इसी का सबसे खूबसूरत और शानदार उदाहरण शिल्पा रावत के तौर पर देखने को मिला है। शिल्पा एक पोर्ट्रेट स्केच आर्टिस्ट है और बस कुछ ही मिन्टों में वो किसी भी व्यक्ति की तस्वीर हूबहू कागज पर उभर देती है। आइए आपको बता हैंं कि उनकी मां का ये सपना शिल्पा ने कैसे पूरा किया और किस तरह से करती दिखी रही है सभी का नाम रोशन। जब इस बारे में जब इंस्टाफीड ने उनसे बातचीत की तो उन्होंने कई सवालों का जवाब बेहद ही खूबसूरत और बेहतरीन तरीके  से दिया। 

प्रश्न 1 - शिल्पा रावत आपने अपनी मां से ये काम करने की प्ररेणा ली तो आपके पिता का इसको लेकर क्या रिएक्शन था?

शिल्पा रावत- मैं पहले से ही ड्राइंग करती थी लेकिन पढ़ाई की वजह से वो बीच में ही छूट गई थी। लेकिन जब मैं ग्रैजुएट करने गई तब मैंने ये काम फिर से शुरु किया है। मेरा पापा भी इसके सपोर्ट में थे। पापा का ये रिएक्शन था कि वो पढ़ाई को बीच में नहीं छोड़ने देना चाहते थे। मम्मी और पापा ने ये भी ढूंढा था कि मथुरा में कौन सा बेस्ट ड्राइंग स्टूडियो है। उस वक्त मुझे कोई मिला नहीं था तो मैंने यूट्यूब से ही सीखा था। लेकिन और अच्छा सीखने के लिए मैंने अच्छी क्लास मिल सकें उसको लेकर खूब सर्च किया। लेकिन में अपनी कला से स्वयं संतुष्ट ना हो सकी। जब गुरु की आवश्यकता हुई तो मेरी मुलाकात इंटर कॉलेज, गोकुल में कला विषय के प्रवक्ता अनिल सोनी से हुई, उन्होंने मुझे मेरी बारीकियों से अवगत कराते हुए इस कार्य में  मेरी काफी मदद की।

प्रश्न 2- जब शुरु-शुरु में ये काम करना शुरु किया तो आसपास के लोग इसको लेकर कुछ कहते थे और किस तरह की परेशानी आपको झेलने को मिली?

शिल्पा रावत- माता-पिता तो हर बच्चे के सर्पोट में होते ही है। लेकिन मेन ये होता है कि आप बाहर और आसपास के वातावरण को कैसे फेस कर रहे हैं। उस समय ये सब काफी झेला क्योंकि जिस सोसाइटी में मैं रहती हूं वहां सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान केंद्रीत होता है। इसके अलावा यदि हम कुछ करें तो हर कोई सिर्फ यहीं बोलता है कि बेटा ऐसा करने से कुछ नहीं होगा। तुम टाइम वेस्ट कर रही हो। मन में कभी-कभी ये चीज आ जाती थी लेकिन मेरे मम्मी-पापा हमेशा ये कहते थे कि शुरु-शुरु में कई सारी ऐसी चीजें आएंगी जिसे तुम्हें फेस करना पड़ेगा। लेकिन इस बात पर ध्यान देना की तुम आपने आप को कैसे आगे बढ़ा सकते हो। तो इन चीजों को नजरअंदाज करो। खुद ही बाद में लोग तारीफ करने आएंगे।

प्रश्न 3- आपके भविष्य की अब क्या योजना है और आगे चलकर क्या बनना चाहेंगी? ये एक प्रोफेशन के तौर पर सही है?

शिल्पा रावत- ये मेरा शौक नहीं है बल्कि मैं इसे एक प्रोफेशन के तौर पर देखती हूं। क्योंकि ऐसा करने के लिए एक दिलचस्पी की जरूरत है। क्योंकि मुझे आगे चलकर एकेडमी और स्टूडियो इससे संबंधित खोलने हैं। तो मैं इसको लेकर काफी ज्यादा गंभीर हूं। अभी मैं दो-तीन बच्चों को ये सीखा रहा हूं। अभी केवल ये मेरी एक शुरुआत है मुझे बहुत आगे अभी जाना है।

प्रश्न 4- आपने अब तक किस-किस के स्केच बनाए हैं? इस पर किसी सेलेब्स का फिलहाल आपको रिएक्शन देखने को मिला?

शिल्पा रावत- मैंने अबतक कई सारे चेक बनाए हैं उनमें अभिनेता शाहरुख खान, अक्षय कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आइंस्टीन, शक्तिमान आदि के प्रोट्रेट स्केच शामिल है। इसके अलावा मुझे मेरे काम के लिए ऑर्डर भी मिलते हैं जिन्हें मैं पूरा करती हूं।

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