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हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का खास महत्व है। इस दिन माता तुलसी और शालिग्राम का विवाह करवाया जाता है। तुलसी विवाह जो भी करता है तो उन्हें वैवाहिक जीवन में काफी सफलता औऱ खुशियां प्राप्त होती है। साथ ही अच्छा स्वास्थ, सुख-शांति और समृद्धि हासिल होती है। इस बार 12 नवंबर के दिन देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह का दिन मनाया जाने वाला है। विधि-विधान से तुलसी विवाह आयोजित करने के साथ कुछ विशेष उपाय शुभ फलदायी माने गए हैं। आइए जानते हैं इस दिन आपको क्या करना चाहिए?
- तुलसी विवाह के दिन आप ब्रह्म मुहूर्त में जरूर करें। इसके बाद सूर्य देव को अर्ध्य आपको देना चाहिए। अच्छे समय पर भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और तुलसी की पूजा आप जरूर करें।
- तुलसी माता को माता को सोलह श्रृंगार की चीजें अर्पित करें। गरीब लोगों में दान करना कल्याणकारी माना जाता है। सुबह की पूजा-अर्चना के बाद दिन में नहीं सोना चाहिए।
- तुलसी विवाह के दिन तुलसी के पौधे पर आप गंगाजल अर्पित करें औऱ शाम को पौधे के पास घी का दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करना काफी शुभ होता है।
- तुलसी विवाह वाले दिन आप पूजा में हल्दी, चंदन और रोला का इस्तेमाल जरूर करें। ऐसा करने से आपको अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है।
- तुलसी विवाह के दिन माता रानी को मीठा पान, खीर और फल जरूर चढ़ाएं। विष्णु जी को भी ये सभी चीजें अर्पित करें। साथ ही पूरे परिवार के साथ आरती जरूर करें।
- वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।
एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।। मंत्र का जरूर जाप करें।
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