Hindi English
Login

मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम टीम ने पकड़ा 4.53 करोड़ का सोना

कस्टम विभाग की टीम ने एक बार फिर दुबई से तस्करी कर लाई गई सोने की खेप को बरामद की है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप का मूल्य करीब 4.53 करोड़ के आसपास बताई जा रही है.

Advertisement
Instafeed.org

By विपिन यादव | खबरें - 03 October 2022

कस्टम विभाग की टीम लगातार सोना तस्करों को दबोच रही है. लेकिन फिर भी तस्करों पर इसका असर पड़ता नहीं दिख रहा है. कस्टम विभाग की टीम ने एक बार फिर दुबई से तस्करी कर लाई गई सोने की खेप को बरामद की है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप का मूल्य करीब 4.53 करोड़ के आसपास बताई जा रही है. सटीक सूचना के बाद कस्टम टीम इस खेप को पकड़ने में कामयाब हो गई है. इसके साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले भी मुंबई एयरपोर्ट पर ही इस टीम ने करीब 18 करोड़ रुपये का सोना बरामद किया था. बता दें कि यह खेप भी दुबई से लाई गई थी. इसका इस्तेमाल हवाला कारोबार में किया जाना था.  

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सोमवार को हुई कार्रवाई के दौरान टीम ने कुल 9115 ग्राम सोने की खेप बरामद की है. यह कार्रवाई 30 सितंबर और 01 अक्टूबर को हुई थी. छह अलग-अलग मामलों में कस्टम टीम ने कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला है कि तस्कर सोने की इस खेप की खपत हवाला व अन्य अवैधानिक गतिविधियों में करने वाले थे. इस खुलासे के बाद अब स्थानीय पुलिस की मदद से कस्टम विभाग की टीम ने इस पूरे नेक्सेस में शामिल तस्करों की तलाश शुरू कर दी है.

सोने के जैकेट की बटन, ट्रॉली बैग का पहिया

कस्टम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सोने की तस्करी के लिए अलग अलग तरीके अख्तियार किए गए थे. इसमें किसी ने अपनी जैकेट या शर्ट की बटन को सोने से बनाया था तो किसी के ट्रॉली बैग के पहिए सोने के थे. एक खेप में तो ट्रांसफार्मर की बाइंडिंग ही सोने के तारों से की गई थी. इसी प्रकार जूते भी सोने के मिले हैं.

इससे पहले भी कस्टम टीम ने तस्करों को दबोचा था

इससे पहले सितंबर माह में ही तीन बड़े मामले सामने आ चुके हैं. कस्टम विभाग की टीम ने 3 सितंबर, 10 सितंबर और 28 सितंबर को भी सोने की तस्करी का खुलासा किया था. इस दौरान टीम ने करीब 18 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का सोना बरामद किया था. सोने की यह खेप चॉकलेट के रूप में और विधिवत रैपर में लिपटी हुई थी.




Advertisement
Advertisement
Comments

No comments available.