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कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के पौत्र सीआर केसवन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित करते हुए अपना इस्तीफा भेजा है. केसवन ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस्तीफे की कॉपी पोस्ट की है.
केसवन कांग्रेस पार्टी को छोड़ते हुए कई आरोप लगाए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीआर केसवन को संबोधित करते हुए अपने इस्तीफे में सीआर केसवन ने लिखा है कि मैं विदेश से भारत केवल देश की सेवा करने के लिए लौटा था, इसके बाद पार्टी की विचारधारा को देखते हुए मैंनें 2001 में कांग्रेस में शामिल हो गया. इसके बाद की यात्रा चुनौतीपूर्ण और आकर्षक थी. खड़गे को लिखे अपने त्यागपत्र में केसवन ने कहा है कि दो दशकों से अधिक समय तक पार्टी के लिए काम करने के बाद उन्हें इसका कोई औचित्य समझ नहीं आ रहा.
पार्टी और सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं: केसवन
केसवन तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान के उपाध्यक्ष, प्रसार भारती बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं. भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय परिषद सदस्य और एक राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट के रूप में भी केसवन अपनी सेवाएं दे चुके हैं. केसवन ने कहा कि सरकार और संगठन में वर्षों से मुझे सौंपी गई सभी जिम्मेदारियों के लिए मैं ईमानदारी से पार्टी और सोनिया गांधी को धन्यवाद देता हूं. मैंने यहां दोस्ती कायम की है जो बनी रहेगी.
संगठनात्मक जिम्मेदारी लेने से किया था इनकार; केसवन
सीआर केसवन ने अपने त्यागपत्र में लिखा, ‘मैं अब अपने विवेक से यह नहीं कह सकता कि पार्टी वर्तमान में जिन प्रतीकों और मुद्दों के साथ है, उससे मैं सहमत हूं. यही कारण है कि मैंने हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर एक संगठनात्मक जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया था और भारत जोड़ी यात्रा में शामिल होने से भी परहेज किया था. उन्होंने आगे लिखा कि मेरे लिए एक नया रास्ता तय करने का समय है और इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं.
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