Hindi English
Login

चाय की पत्ती बना सकती है बीमार, खरीदते समय रखें ध्यान

चाय भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में चाय की चुस्की के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती। वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादा चाय पीने से पाचन, श्वसन और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियाँ बढ़ती हैं।

Advertisement
Instafeed.org

By Pooja Mishra | New Delhi, Delhi | खबरें - 27 November 2024

चाय भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में चाय की चुस्की के बिना दिन की शुरुआत नहीं होती। वैज्ञानिकों के अनुसार, ज्यादा चाय पीने से पाचन, श्वसन और स्वास्थ्य संबंधी बीमारियाँ बढ़ती है। अब सवाल यह उठता है कि आप कैसे जान सकते हैं कि जो चाय आप पी रहे हैं वह असली है या नकली ? भारत दुनिया में चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, जिसकी प्रति व्यक्ति खपत दुनिया भर की कुल खपत का 19 प्रतिशत है।

नकली चाय पाउडर बनाने की शिकायत

भारत में घरेलू आबादी देश में उत्पादित कुल चाय का लगभग 76 प्रतिशत उपभोग करती है। इतनी बड़ी चाय पीने वाली आबादी के साथ, चाय में मिलावट की खबरें आश्चर्यजनक नहीं हैं। निर्माताओं द्वारा काजू के बाहरी छिलके को जलने तक भूनकर नकली चाय पाउडर बनाने की कई शिकायतें मिली है फिर इसे गुणवत्तापूर्ण चाय पाउडर के साथ मिलाया जाता है। अक्सर निर्माता चाय में प्रतिबंधित रंग भी मिलाते है।

इस साल अगस्त में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने कोयंबटूर से 1.5 टन मिलावटी चाय की धूल जब्त की थी एफएसएसएआई के नामित अधिकारी के. तमिलसेल्वन ने कहा, हमने जो 500 ग्राम टी डस्ट पैकेट जब्त किए उनमें से कुछ में 50 ग्राम टी डस्ट पाउच में उच्च मात्रा में कलरेंट मिलाया गया था। गाढ़ा रंग पाने के लिए इस पाउच को असली चाय के पाउच के साथ मिलाना पड़ता था।

चाय की शुद्धता जांचने का तरीका

चाय की शुद्धता जांचने का सबसे आसान तरीका एक गिलास पानी में एक बड़ा चम्मच चाय की पत्ती मिलाना है। सुनिश्चित करें कि पानी या तो ठंडा है या कमरे के तापमान पर है लेकिन गर्म नहीं है। अगर चाय शुद्ध होगी तो पानी के रंग में कोई बदलाव नहीं आएगा। अगर चाय की पत्ती में कोई भी रंग मिलाया जाए तो रंग तुरंत लाल हो जाएगा, इसलिए सावधान रहें।

Advertisement
Advertisement
Comments

No comments available.