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भारत में लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां अपना पक्ष मीडिया और लोगों के सामने रखने के लिए प्रवक्ताओं को नियुक्त करती हैं, पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) बिना प्रवक्ता वाली पार्टी के नाम से जानी जाती है. पर अब साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा सुप्रीमों मायावती ने बड़ा बदलाव किया है और लोगों तक अपनी और पार्टी की बातें पहुंचाने के लिए तीन प्रवक्ताओं को नियुक्त भी कर दिया है.
नियुक्त किये गए लोगों में बसपा नेता धर्मवीर चौधरी, एमएच खान और फैजान खान के नाम शामिल हैं. प्रवक्ता के तौर पर नियुक्त किए गए तीनों नेता अब अधिकारिक तौर पर बसपा का पक्ष रखेंगे। धर्मवीर चौधरी और एमएच खान पहले से बसपा समर्थक के तौर पर टीवी के कार्यक्रम और बहस में हिस्सा लिया करते थे. हालांकि, बसपा की ओर से अभी तक जो चुनिंदा नेता टीवी पर बहस करते नजर आते थे, वो पार्टी की ओर से घोषित प्रवक्ता नहीं थे बल्कि बसपा के समर्थक और जानकार के तौर पर खुद को लिखते थे.
आपको बता दें कि मेनस्ट्रीम मीडिया से दूरी वाला रिश्ता पार्टी शुरुआत से ही रख रही है. कांशीराम के नेतृत्व में बसपा का गठन 14 अप्रैल 1984 को हुआ है और मौजूदा समय में पार्टी की कमान मायावती के हाथों में है. कांशीराम से लेकर मायावती तक ने मीडिया से दूरी बनाकर रखा था.
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