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कहते हैं न कि हिम्मत और पॉजीटिव सोच से आप दुनिया के किसी भी इंसान को हरा सकते हैं, ये तो सिर्फ कोरोना (Corona) ही था. आज आपको 3 साल के कैंसर पीड़ित बच्चे की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके आगे कोरोना ने भी हार मान ली. कहानी वाराणसी के एक अस्पताल की है. यहां 3 साल का एक बच्चा कोरोना की चपेट में आ गया था. पूरा परिवार परेशान हो गया था कि बच्चा बचेगा या फिर नहीं?कोरोना से पहले बच्चा ब्लड कैंसर से लड़ रहा था. जब यह अस्पताल आया तब इसके बचने की उम्मीद बहुत कम थी. इसकी हालात ऐसी थी कि अस्पताल में इलाज करा रहे अन्य मरीज भी इसे देख हैरान थे
.डॉक्टर वाकई में भगवान का रूप होते हैं. स्थिति कितनी भी गंभीर हो डॉक्टरों का काम इलाज करना है और इस कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने भी यही किया. आज ये बच्चा कोरोना को हराकर पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है.
बच्चे की हिम्मत को सलाम
बच्चे की हिम्मत ने डॉक्टरों को भी सोचने पर विवश कर दिया. 7 दिन तक इलाज चलने के बाद डॉक्टरों और स्टाफ की मेहनत रंग लाई और आखिरकार ब्लड कैंसर (Blood Cancer) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे इस बच्चे ने कोरोना को मात दे दी. कोरोना जांच के बाद जब इस बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आई तो अस्पताल में मौजूद हर कोई झूम उठा.
डॉक्टर ख़ुशी में लगे नाचने
कैंसर अस्पताल में भर्ती होने के बाद बच्चे को लेकर यहां के डॉक्टर व नर्सें जितना परेशान थे, रिपोर्ट आने के बाद सब उतना ही खुश हुए. डॉक्टर तथा नर्स अपनी खुशी जाहिर करते हुए वार्ड में ही पीपीई किट पहनकर खुशी में थिरकने लगे. डॉक्टर और नर्स का झूमते हुए यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बता दें कि बच्चा और उसकी मां दोनों ही कोरोना संक्रमित थे लेकिन बच्चे ने कोरोना को मात दे दी. जिसके बाद यहां मौजूद चिकित्साकर्मी तथा अन्य मरीज ‘जीत जाएगा इंडिया’ गीत पर जमकर थिरकने लगे.
ये है पॉजीटिव इंडिया की पॉजीटिव सोच. कई बार हम ख़ुद से हार जाते हैं. ऐसे में कुछ विरले लोग अपनी लड़ाई खुद लड़ते हैं और दूसरों के लिए उदाहरण बन जाते हैं. इस बच्चे की चर्चा सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ की दुनिया में हो रही है. वाकई में बच्चे ने कमाल कर दिया.
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