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अभी दुनिया कोरोनावायरस से जूझ रही है. ऐसे में एक और चौंकाने वाला वायरस मिला है. जानकारी के मुताबिक तिब्बत के ग्लेशियर में 15 हजार साल पुरानी बर्फ में 33 वायरस मिले हैं. इनमें से 28 ऐसे नए वायरस हैं जिनके बारे में वैज्ञानिकों के पास भी जानकारी नहीं है.
अमेरिका की स्टेट ओहियो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार, जिस बर्फ में वायरस मिले हैं वो 15 हजार साल पहले बनी थी. ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि इतने दिनों तक ये वायरस ज़िंदा कैसे रहे? वैज्ञानिक इसी मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं और रिसर्च जारी रख रहे हैं.
वायरस की खोज करने वाली टीम का कहना है, वैज्ञानिकों की मदद से यह जानने की कोशिश की जाएगी कि ये वायरस इतनी शताब्दियों तक कैसे जिंदा रहे. ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के रिसर्चर झी-पिंग झॉन्ग का कहना है, यह रिसर्च माइक्रोबायोलॉजिस्ट और पुराजलवायु विशेषज्ञों ने मिलकर की है.
विषम परिस्थिति में भी सर्वाइव कर सकते हैं
वैज्ञानिकों के अनुसार, ये वायरस विषम परिस्थियों में भी सर्वाइव कर सकते हैं. सैम्पल्स में मौजूद 33 वायरस के जेनेटिक कोड की एनालिसिस की गई. इनमें से 28 ऐसे थे जो नए तरह के वायरस थे और पहली बार देखे गए थे. बाकी ऐसे वायरस थे जो आमतौर पर बैक्टीरिया को संकमित करते हैं. माइक्रोबायोलॉजिस्ट मैथ्यू सल्लिवन का कहना है, इनके जेनेटिक कोड से पता चलता है कि ये वायरस बुरी से बुरी स्थिति में भी सर्वाइव कर सकते हैं.
सवाल उठता है कि क्या ये वायरस कोरोना जैसे हैं या उससे अलग हैं?
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