गुरु पूर्णिमा के दिन हम अपने गुरु को वेदव्यास का अंश मानकर उनकी पूजा करते हैं उनका सम्मान करते हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के समान बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए। घर के बड़े बुजुर्ग माता-पिता के पैर छूना चाहिए। इस दिन गुरु को उपहार भी दिया जाता है। गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। इस दिन महर्षि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था।
क्यों मनाते हैं गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा मनाने की मान्यता है कि इस दिन शिव जी ने अपने पहले सात शिष्यों को योग का ज्ञान प्रदान किया था। इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है और अपने गुरुओं को दक्षिणा दी जाती है। इसके अलावा गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के प्रति सम्मान, प्रेम प्रकट किया जाता है।
गुरु पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
आषाढ़ पूर्णिमा तिथि - 20 जुलाई 2024, शाम 05.59
आषाढ़ पूर्णिमा तिथि - 21 जुलाई 2024, शाम 03.46
पूजा मुहूर्त - सुबह 07.19, दोपहर 12.27
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