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आज है वट सावित्री की पूजा. इस दिन व्रत रखने पर लोगों के घरों में सुख और शांति मिलती है. पंचांग के अनुसार ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस दिन व्रत रखने से जीवन में सुख समृद्धि प्राप्त होती है. वट पूर्णिमा का व्रत दांपत्य जीवन में खुशियां लाता है. क्या होता है ये पूजा, क्यों जरूरी होता है?
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत मानवता के लिए बेहद जरूरी है. शास्त्रों में इस पूजा को करने पर विशेष पुण्य बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि इस दिन विधि पूर्वक व्रत रखने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है. पूर्णिमा का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. ज्येष्ठ मास में भगवान विष्णु की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन स्नान और दान का भी विशेष महत्व बताया गया है. इस व्रत को रखने से धन से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं.
वट सावित्री व्रत
जानकारी के मुताबिक पूर्णिमा की खास तिथि में वट सावित्री का व्रत रखा जाता है. उत्तर भारत के कई राज्यों में महिलाएं इस व्रत को बहुत ही श्रद्धा भाव से रखती हैं. पति की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखा जाता है.
पुरुषों के लिए भी ख़ास
वट सावित्री पूजा अपने आप में बेहद खास है. ये पूजा सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं पुरुषों के लिए भी है. अगर पुरुष इस व्रत को रखते हैं तो उनका जीवन भी मंगलमय रहेगा.
भगवान विष्णु होते हैं प्रसन्न
इस व्रत को रखने पर भगवान विष्णु काफी प्रसन्न होते हैं. वो अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं. इस त्योहार को श्रद्धा और लगन से किया जाता है.
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