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मेकअप प्रोडक्ट्स को लेकर महिलाओं की तरह ही दिलचस्पी रखते हैं पुरुष, इस रिपोर्ट में हुए कई खुलासे

आप में से ज्यादातर लोगों को ये लगता होगा कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मेकअप प्रोडक्ट्स खरीदने में दिलचस्पी दिखाती है तो आपको इस मिथ को गलत साबित करने के लिए एक रिपोर्ट सामने आई है।

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By Deepakshi | लाइफ स्टाइल - 04 November 2020

मेकअप शब्द सुनने में जितना सिंपल लगता है,  उतनी ही इसमें ताकत होती है। वहीं, जब ब्यूट प्रोडक्ट्स को खरीदने की बात आती है तो लिंग विभाजन एक मिथ बनकर रह जाता है क्योंकि मंगलवार के दिन एक नई रिपोर्ट में ये कहा गया है कि भारतीय पुरुष और महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट्स को लेकर समान दिलचस्पी  दिखा रहे हैं और हर महीने कम से कम नौ ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद रहे हैं।

आज के समय में ब्यूटी कंज्यूमर्स ऑनलाइन आडवाइस और आइडिया के लिए आते हैं, जिसके साथ 10 में से 9 ब्यूटी कंज्यूमर्स डीजिटल की दुनिया से प्रभावित होते हैं। भारत में सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल उद्योग पर कनेक्टेड ब्यूटी कंज्यूमर रिपोर्ट के तहत 50 प्रतिशत से अधिक ब्यूटी कंज्यूमर्स  सोशल मीडिया और ऑनलाइन वीडियो का इस्तेमाल कर रहे हैं और 40 प्रतिशत कंज्यूमर्स  रिसर्च के लिए ऑनलाइन सर्च का उपयोग करते हैं।

स्टडी में ये चीज सामने आई है कि 56 प्रतिशत कंज्यूमर्स यूट्यूब का इस्तेमाल तुलान करने और सोचने के लिए करते हैं। वहीं, 30 प्रतिशत अपने अंतिम फैसले पर तब पहुंचते हैं जब वो यूट्यूब, गूगल सर्च और ई कॉमर्स वेब सीरीज को अच्छी तरह से देख लेते हैं। भारत में टियर -1 और टियर -2 शहर के कंज्यूमर्स पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए महानगरों से अपने साथियों के साथ तेजी से पकड़ बना रहे हैं। 

टियर -1 शहरों में डिजिटल टचपॉइंट्स के साथ 83 प्रतिशत और महानगरों में 81 प्रतिशत पर समान दिलचस्पी का लेवल देखा जा रहा है। इनसाइट्स एंड पार्टनरशिप, गूगल इंडिया के ग्रुप हेड कौशिक दासगुप्ता का कहना है कि हमने यह भी देखा कि ज्यादातर खरीद के निर्णय खोज और समझ के फेस में ही होते हैं जो अब ऑनलाइन होता है। यहां तक की ऑफलाइन जर्नी में भी ऑलाइन अहम भूमिका निभाता है जैसे कि रिसर्च करने, तुलाने करने और ट्रेंड की खोज करने में।

इसके साथ ही कौशिक दासगुप्ता का कहना है," ब्रांड्स को कंज्यूमर्स के लिए जानकारी तक पहुंच बनाने, खरीद के फैसले को सुविधाजनक बनाने और ब्रांड की लॉयलिटी हासिल करने की आवश्यकता है। ऑनलाइन टचपॉइंट्स जबरदस्त रूप से आगे बढ़ रहे हैं। वहीं, ऑनलाइन वीडियो और सोशल मीडिया को आज ब्रांडों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए किसी भी ऑफलाइन माध्यम से अधिक पसंद किया जाता है।"

18-45 उम्र के 1,740 कंज्यूमर्स के साइन के आधार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि कंज्यूमर्स नई तकनीकों के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। नई टेक्नोलॉजी ब्रांडों को खरीदारों की जरूरतों को पूरा करने और एक मजबूत उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करने में मदद कर सकती हैं।

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