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Ford भारत में बंद करेगी कारों का प्रोडक्शन, 2 बिलियन डॉलर का होगा नुकसान, फोर्ड ने यह फैसला भारतीय उपभोक्ताओं का दिल जीतने और मुनाफा कमाने के लिए सालों तक संघर्ष करने के बाद लिया है. कार निर्माता ने 25 साल पहले भारत में प्रवेश किया था लेकिन यात्री वाहनों के बाजार में 2% से भी कम हिस्सेदारी है. इसके चलते ही बंद करना पढ़ा है.
फोर्ड मोटर्स कि तरफ से एक बड़ी खबर आ रही है की वो जल्द ही 12 हजार लोगों को कंपनी से निकलने का काम शुरू करेगी. कंपनी ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि वो अपनी इंकम ग्रोथ और इलेक्ट्रिक कारों के लिए भारी मात्रा में रकम इनवेस्ट करने का मन बना चुकी है, जिसके कारण कंपनी यह कदम उठाएगी. फोर्ड ने कहा है कि उसका केवल तीन बिजनेस पर फोकस रहेगा जो इनसे जुड़े सभी मामलों को देखेंगे. यह विभाग होंगे कमर्शियल गाड़ियां, यात्री वाहन और आयात होने वाली गाड़ियां जैसे कि मस्टंग।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि 2018 में भी कंपनी को 8 करोड़ डॉलर का भारी नुकसान हुआ था। कंपनी को उम्मीद है कि इस साल वो अपनी वित्तीय हालत को सुधार लेगी. ऐसे समय में विश्व की सभी ऑटो कंपनियों को कई जगहों पर दिक्कतों पड़ रहा है. उनको इलेक्ट्रिक गाड़ियां डेवलप करने के लिए कहा जा रहा है, जिसके लिए काफी पैसा चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यूरोप में उत्सर्जन के नए मानक जल्द लागू होने वाले हैं.
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