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हमारे रसोई घर में कई सारे मसाले हमें देखने को मिल जाएंगे जैसे कि लाल मिर्च, नमक, हरा धनिया आदि। लेकिन दालदीनी एक ऐसा मसाल है कि यदि उसका सही तरह से उपयोग किया जाए तो आपको कई फायदे मिल सकते हैं। इसका सेवन करने से आपकी कई स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां दूर हो जाएगी। लेकिन ये तभी हो सकता है जब आप इसका सही तरीके से इस्तेमाल करना जानते हो।
दालचीनी में वैसे कई तरह के शानदार गुण पाए जाते हैं। जो हमें कई तरह की बीमारी से बचने में मदद करते हैं। इसमें एंटी बैक्टीरियल के भी गुण मौजूद होते हैं। जो इसे खास बनाने का काम करते हैं। ऐसे में क्यों न दालचीनी के और भी दिलचस्प और शानदार फायदों के बारे में जानते हैं कि कैसे इसका सेवन करने से आपको मिलने वाले हैं कई स्वस्थ्य संबंधित लाभ।
अर्थराइटिस के मामले में है फिट
अर्थराइटिस की जिन लोगों को समस्या है उनके लिए दालचीनी काफी ज्यादा फायदेमंद है। इससे आपको दर्द से राहत मिल सकती है। आप चाहे तो इसका रोजना सेवन कर सकते हैं।
कैंसर का खतरा करती है कम
नेशनल सेंट फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक दालचीनी में एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज पाई जाती है। जो कि हमारे अंदर कैंसर के खतरे को कम कर सकती है। इस तरह से दालचीन कैंसर से लड़ने में भी फायदेमंद है।
सर्दी-जुकाम को करे छूमंतर
दालचीनी का सबसे ज्यादा सही प्रयोग सर्दी, खांसी या फिर गले से जुड़ी परेशानी के वक्त किया जाता है। एक असरदार दवा के तौर पर इस्तेमाल होता है। इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खान से आपको जुकाम में काफी आराम मिलेगा।
इंफेक्शन से रखे दूर
दालचीनी आपको इंफेक्शन से दूर रखने में भी मदद करता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल के गुण पाए जाते हैं। जो ये काम शानदार तरीके से करते हैं।
वजन कम करने में है काफी मददगार
जो लोग अपना जल्दी वजन काम करना चाहते हैं उनके लिए ये दालचीनी किसी वरदान से काम नहीं है। दरअसल ये आपकी भूख को कम करने का काम करती है। ऐसे में यदि आप वजन घटाने के बारे में सोच रहे हैं तो दालचीनी की चाय आपको पीनी चाहिए।
कोरोना काल में असरदार है दालचीनी
कोरोना वायरस के दौरान दालचीनी का सेवन सबसे ज्यादा बढ़ा है। रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए भी दालचीनी एक दम परफेक्ट है।
हृदय रोगों को कम करने में माहिर
एक क्लीनिकल ट्रायल में ये देखा गया है कि दालचीनी का इस्तेमाल करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को संतुलित बनाया जा सकता है और हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है
मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी से रखती है दूर
दिमाग से जुड़ी बीमारियों को न्यूरोडीजेनरेटिव डिजीज के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन जो लोग दालचीनी का सही मात्रा में सेवन करते हैं उन्हें इसका खतरा कम होता है।
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