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आज 17 नवंबर के दिन शुक्रवार से नहाय-खाय के साथ महापर्व छठ पूजा की शुरुआत हो चुकी है। नहाय-खाय की शुरुआत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ती है। आज नहाय-खाय है, फिर कल खरना होगी और इसके बाद छठ व्रत रखा जाएगा। बेहद ही धूमधाम के साथ ये त्योहार अपनों के साथ मनाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं इससे जुड़ी खास बातों के बारे में यहां।
नहाय खाय 2023 के क्या है शुभ मुहूर्त
कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि का प्रारंभ: 16 नवंबर, गुरुवार, दोपहर 12:34 बजे से
कार्तिक शुक्ल चतुर्थी तिथि का समापन: 17 नवंबर, शुक्रवार, सुबह 11:03 बजे तक
आज का शुभ समय: सुबह 11:44:28 बजे से दोपहर 12:27:15 बजे तक
नहाय खाय के दिन सूर्योदय: सुबह 06:45 बजे
नहाय खाय के दिन सूर्यास्त: शाम 05:27 बजे
रवि योग: देर रात 01:17 बजे से
छठ पूजा कैलेंडर 2023
नहाय-खाय: 17 नवंबर, दिन शुक्रवार
खरना: 18 नवंबर, दिन शनिवार
छठ पूजा, संध्या अर्घ्य: 19 नवंबर, दिन रविवार
उगते सूर्य को अर्घ्य, पारण: 20 नवंबर, दिन सोमवाऱ
क्या होता नहाया खाय?
नहाय खाय वाले दिन व्रती सुबह में स्नान ध्यान से निवृत होते हैं। इस दिन व्रती को साफ कपड़े पहनना चाहिए। दैनिक पूजा पाठ करते हैं। फिर उनको भोजन के लिए लौकी की सब्जी, चने की दाल, सेंधा नमक, चावल और मूली दिया जाता है. हालांकि कुछ स्थानों पर अरहर की दाल बनाई जाती है। आज व्रती को सिर्फ यही खाना होता है। रात के खाने में भी यही भोजन मिलता है। नहाय खाय के दिन भोजन करने से पहले गणेश जी और सूर्य देव को भोग लगाते हैं. फिर स्वयं भोजन ग्रहण करते हैं. फिर अगले दिन खरना होगा।
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