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कोरोना महामारी के बीच में ब्लैक फंगस (Black Fungus) ने दस्तक दी थी उसके बाद व्हाइट फंगस (White Fungus) ने आकर सबको सकते में डाल दिया. अब येलो फंगस (Yellow Fungus) भी आ गया है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पीला फंगस का मामला सामने आया है. लोग येलो फंगस के बारे में जानकर और भी डरे हुए हैं. सोशल मीडिया पर तो इसे लेकर कई चर्चे भी हुए हैं.
सबसे ज्यादा घातक है येलो फंगस
ऐसा दावा किया जा रहा है कि गाजियाबाद में पीला फंगस का एक केस मिला है. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि Yellow Fungus इन दोनों ब्लैक फंगर और व्हाइट फंगस से ज्यादा खतरनाक है. जानकार बताते हैं कि येलो फंगस पूरी तरह से अलग है.
हर्ष ईएनटी अस्पताल के डॉक्टर बृजपाल त्यागी ने दावा किया है कि पीला फंगस का एक केस सामने आया है. जिसका पहला मरीज हर्ष ईएन टी अस्पताल में मिला है, इस मरीज के अंदर तीनों लक्षण पाए गए हैं. मैंने अपनी केस स्टडी में ऐसे लक्षण का मरीज नहीं देखा है. इसमें अंदर सांस लेना परेशानी नजर आ रही थी. दूरबीन के माध्यम से मैंने देखा और मुझे इसके अंदर यह लक्षण नजर आए. उन्होंने ये भी बताया कि यह जो पीला फंगस है इसका ज्यादा इलाज पढ़ाई में नहीं है, लेकिन जो ब्लैक फंगस में इंजेक्शन एंफोटरइसिन बी इस्तेमाल होता है, वो इसमें कारगार है. यह पीला फंगस ज्यादा खतरनाक है, यह घाव को भरने नहीं देता है. इसमें साथ डोज देनी होती है.
आखिर येलो फंगश से कैसे बचा जाए ये किसी को समझ में नहीं आ रहा है. डॉक्टर के पास भी ऐसा पहला मामला सामने आया है. अभी इसकी स्टडी के बाद ही तय हो पाएगा कि येलो फंगश कितना खतरनाक है.
सोशल मीडिया पर इसके चर्चे हो रहे हैं
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